बाड़मेर

Rajasthan News: राजस्थान में कभी 2500 रुपए किलो बिकती थी यह चमत्कारी चीज, अब 400 रुपए भी नहीं मिलते, जानिए इसकी बड़ी वजह

Barmer News: जैविकता और गुणवत्ता घटने से लोग कुमट के गोंद को कम पसन्द करने लगे हैं। बिना इंजेक्शन का गोंद 25 सौ रुपए प्रतिकलो बिक जाता है, वहीं इंजेक्शन वाले गोंद के खरीददार चार सौ के भाव से भी नहीं खरीदते।

बाड़मेरJan 20, 2025 / 12:43 pm

Rakesh Mishra

पत्रिका फोटो

विपिन भंसाली
राजस्थान के रेगिस्तान में बहुतायत के साथ बिकने वाले औषधीय कुमट के गोंद का उत्पादन बढ़ाने के लिए इंजेक्शन लगाए जा रहे है। इस इंजेक्शन से उत्पादन तो बढ़ रहा है, लेकिन गुणवत्ता घट रही है।
जानकार लोग अब कुमट लगे गोंद के 400 रुपए प्रति किलोग्राम ही दे रहे हैं, जबकि बिना इंजेक्शन का गोंद 2500 रुपए प्रति किलोग्राम है। ठगी अनजान और शहरी कल्चर के ग्राहकों के साथ होने लगी है। अप्रेल व मई तथा सितम्बर-अक्टूबर महीनों में वर्ष में दो बार गोंद का उत्सर्जन होता है।

इंजेक्शन से घटी गुणवत्ता

राजस्थान में प्राकृतिक एवं शुद्ध गोंद की कीमत हर वर्ष बढ़ रही है, लेकिन गोंद का उत्पादन बढ़ाने के लिए पेड़ों में इंजेक्शन लगाकर गोंद निकालने के कारण इसकी गुणवत्ता घटने लगी। तने में इंजेक्शन लगाने से यह पेड़ दो से तीन गुणा अधिक गोंद उत्सर्जित कर लेता है।
ऐसे में अब जैविकता और गुणवत्ता घटने से लोग इसे कम पसन्द करने लगे हैं। बिना इंजेक्शन का गोंद 25 सौ रुपए प्रतिकलो बिक जाता है वहीं इंजेक्शन वाले गोंद के खरीददार चार सौ के भाव से भी नहीं खरीदते।

आयुर्वेद में महत्व

कुमट के पेड़ से निकलने वाला गोंद औषधीय गुणों की खान है। सर्दी में गोंद से बनाए जाने वाले लड्डू गुणकारी माने जाते हैं। आयुर्वेद मानता है कि गोंद प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होने के कारण इसका सेवन कई बीमारियों को दूर करने, हड्डियों को मजबूती प्रदान करने के साथ ही केल्शियम को स्थिर बनाता है।

बहुतायत में हैं कुंभट के पेड़

राजस्थान के धनाऊ, आलमसर, ईटादा, कोनरा, आंटिया, कापराऊ, नेतराड़, बींजासर, भोजारिया, रमजान की गफन, रतासर, बीजराड़, नवातला, बूठ राठौड़ान, गंगाला, खारिया राठौड़ान, सहित बाखासर के हाथला, रामपुरा, भलगांव, एकल, भाड़ा, नवापुरा अरटी आदि गांवों में पेड़ बहुतायत में हैं।
यह वीडियो भी देखें

प्रसूताओं के लिए उपयोगी

प्रसूता महिलाओं को प्रसव के बाद कातीरा (कुमट) गोंद का सेवन करवाया जाता है, यह महिलाओं की रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाता है। स्तनपान के लिए दूध को बढ़ाने में भी मदद मिलती है, कब्ज में गोंद कतीरा खाने के फायदे बहुत हैं। यह सर्दी, खांसी, जुकाम और बुखार की परेशानी तथा पेट में इंफेक्शन के खतरे को भी कम करता है। इसके सेवन से थकान, कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी और तनाव को कम करता है।
यह भी पढ़ें

राजस्थान के 45,537 गांव 29 जनवरी को रहेंगे बंद! शहरों में नहीं पहुंचेगा दूध, सब्जी और फल; जानें क्यों?

संबंधित विषय:

Hindi News / Barmer / Rajasthan News: राजस्थान में कभी 2500 रुपए किलो बिकती थी यह चमत्कारी चीज, अब 400 रुपए भी नहीं मिलते, जानिए इसकी बड़ी वजह

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.