दिलावर ने शनिवार को यहां दौरे के दौरान पत्रकार वार्ता में कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के लाखों छात्रों को अनपढ़ रखने को लेकर षड्यंत्र रचा। प्रदेश में एक भी अंग्रेजी स्कूल नहीं खोला। हिंदी विद्यालयों पर अंग्रेजी स्कूल के बोर्ड लटकाए।। इससे लाखों छात्र शिक्षा से वंचित हुए। भवन बनाने के साथ संसाधन उपलब्ध नहीं करवाए।
हिंदी विद्यालयों के शिक्षकों को अंग्रेजी स्कूल में नियुक्ति की। इनमें से अधिकांश अंग्रेजी भाषा के शिक्षक नहीं थे। इसे हिंदी व अंग्रेजी विद्यालय इन दोनों छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई। कोटा के सांवराद स्कूल में 850 सौ छात्राएं थी। इसे अंग्रेजी स्कूल बनाने पर डेढ़ सौ छात्राएं ही रही। संपन्न परिवारों के छात्रों ने निजी विद्यालयों में प्रवेश लिया। अंग्रेजी शिक्षक नहीं होने पर अन्य छात्राओं ने विद्यालय छोड़ा।
कमेटी होगी गठित
शिक्षकों के तबादले को लेकर उन्होंने कहा की प्रदेश में पहले विधानसभा ,इसके बाद लोकसभा, उपचुनाव चुनाव हुए। विद्यालयों में वर्ष में दो बार परीक्षा व अन्य कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इस पर इन दिनों शिक्षकों के स्थानांतरण करने पर छात्रों की पढ़ाई प्रभावित होगी। इस पर स्थानांतरण नहीं किए गए। 15 मार्च के बाद मुख्यमंत्री को अवगत करवाकर उनके निर्देश पर स्थानांतरण किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पंचायती राजभाग में कार्मिकों की डीपीसी भी करवाएंगे। पुलिस भर्ती में कई गड़बड़ियां हुई है। इसके लिए एक्सपर्ट कमेटी गठित की गई है। इससे की कोई भी निर्दोष अभ्यर्थी अपने हक से वंचित नहीं। कमेटी की रिपोर्ट पर मंत्रिमंडल बैठक में उचित निर्णय लिया जाएगा। सरपंचों के कार्यकाल पूर्ण होने पर उन्हें प्रशासक के रूप में नियुक्त करने के बारे में बताया कि एक भी सरपंच के एक दिन का कार्यकाल कम नहीं किया जाएगा। इस संबंध में जो भी उचित होगा , वह किया जाएगा।