बाड़मेर में इसका खनन कई सालों से हो रहा है। पहले इसकी मांग ज्यादा नहीं होने से स्थानीय क्षेत्र में सप्लाई की जाती थी। अब इसकी डिमांड राजस्थान के बाहर भी खूब है। इसलिए पिछले कुछ समय से इसकी खनन सीमा भी काफी बढ़ी है। वर्तमान में प्रतिवर्ष करीब 20 हजार मीट्रिक टन मुल्तानी मिट्टी निकाली जा रही है।
बाड़मेर की मुल्तानी मिट्टी की क्वालिटी बेहतर जानकारों का कहना है कि बाड़मेर में निकलने वाली मुल्तानी मिट्टी की क्वालिटी शानदार है। जबकि बीकानेर में निकलने वाली मुल्तानी में कंकर अधिक होते हैं। इसलिए सौंदर्य प्रसाधनों में इसका उपयोग कम होता है हालांकि यह सस्ती होती है, लेकिन बाड़मेर की मुल्तानी मिट्टी अपनी क्वालिटी के दम पर बिकती है।
इसलिए मानी जाती है उपयोगी मुल्तानी मिट्टी में सिलिका, ऑक्साइड व एल्युमिना आदि तत्व होते हैं। जिससे यह बालों के लिए काफी उपयोगी है। इससे बालों और त्वचा को पोषण मिलता है। बाल घने और काले रहते हैं।
बॉडी डिटॉक्स करती है मुल्तानी मुल्तानी मिट्टी बॉडी डिटॉक्स के लिए काफी उपयोगी है। शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थों को खत्म कर देती है। स्किन क्लिनिंग के साथ उसे दमकाने का काम भी करती है।
शरीर को पहुंचाती है ठंडक गर्मी में सिर और शरीर को ठंडा रखने के लिए मुल्तानी काफी उपयोगी मानी जाती है। पुरातन समय से इसका उपयोग निरंतर जारी है। समय के साथ अब मुल्तानी ब्यूटी प्रोडक्ट में एक खास पदार्थ बन चुकी है।
बाड़मेर: कहां पर है खनन क्षेत्र -भाडखा, कपूरड़ी व रोहिली कितनी है लीज
-11 लीज हैं, 10 में हो रहा उत्पादन उत्पादन साल 2018-19
-20081.46 मीट्रिक टन यहां जाती है बाड़मेर की मुल्तानी
-पंजाब, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, गुजरात व अन्य प्रदेश
मुल्तानी मिट्टी के दाम
-14000 रुपए प्रति टन