उप सरपंच मूलाराम देवासी ने बताया कि आरएसएमएमएल सोनड़ी ने दूषित पानी 600 बीघा गोचर भूमि व काश्तकारी भूमि में छोड़ा, जहां अब घास भी नहीं उगती है। भूमि पर खड़े पेड़ भी नष्ट हो गए। कई किसानों ने जमीन बंजर होने की वजह से फसलों की बुवाई करनी भी छोड़ दी।
उन्होंने बताया कि कोयले से युक्त मिट्टी व रसायनिक पानी से हजारों बीघा जमीन बंजर हो गई है जिसको लेकर तीन दिन पहले जिला कलक्टर बाड़मेर को ज्ञापन दिया था जिस पर टीम गठित की गई। कृषि उपनिदेशक बाड़मेर के पदमसिंह भाटी नेतृत्व में, कृषि अधिकारी सीताराम बैरवा, कृषि सहायक करणसिंह चारण ने दौरा कर जानकारी ली। समाजसेवी हाथीसिंह, उप सरपंच मूलाराम देवासी, पर्यावरण संरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष गेमर सिंह, जसवंत सिंह, मदन लाल, द्वारका राम, तेज सिंह, भगसिह,चीम्मा खां , मगाराम सांसी आदि ने जानकारी दी।
भाजपा मंडल अध्यक्ष सवाईसिंह ने बताया कि कई वर्षों से समस्या का समाधान करने के लिए ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व संबंधित अधिकारियों को अवगत कराया लेकिन समाधान नहीं किया। उन्होंने बताया कि समस्या का समाधान नहीं हुआ तो किसान माइनिंग कांटा पर धरना प्रदर्शन व भूख हड़ताल करेंगे।