छात्र बोला, स्कूल की कर दी गई छुट्टी निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई छात्र स्कूल छोड़कर घर जा रहे थे। नौवीं कक्षा के एक छात्र ने कहा कि स्कूल की छुट्टी कर दी गई है। डीआईओएस को यह भी जानकारी मिली कि शिक्षक छात्रों की 100% उपस्थिति दर्ज कर रहे थे, जबकि हकीकत में अधिकांश कक्षाएं खाली थीं। अध्यापकों की उपस्थिति पंजिका भी अधूरी पाई गई, और सितंबर की उपस्थिति से यह स्पष्ट हुआ कि छात्रों की उपस्थिति को गलत तरीके से दर्ज किया जा रहा था।
प्रधानाचार्य समेत अन्य पर कार्रवाई निरीक्षण के दौरान डीआईओएस ने पाया कि कक्षा 6 से 12 तक के कुल 493 छात्रों में से सिर्फ 66 छात्र ही उपस्थित थे। प्रधानाचार्य ने बताया कि वे अप्रैल 2024 से कार्यवाहक के रूप में कॉलेज में कार्यरत हैं।
वेतन रोकने के किए आदेश इन अनियमितताओं को देखते हुए डीआईओएस ने प्रधानाचार्य का अक्टूबर माह का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं और एक सप्ताह के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है। इसके अलावा, शिक्षकों के कामकाज और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों पर प्रधानाचार्य का नियंत्रण न होने के कारण भी सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो आगे और कार्रवाई की जाएगी।