सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था हरपाल, जो हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा था, फार्म हाउस में काम करते वक्त जेल के सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर भाग निकला। जेलर नीरज कुमार की शिकायत पर हरपाल और चार जेल कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया गया, जिसमें एक वार्डर अजय कुमार को निलंबित भी किया गया था। फरार होने के बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया।
पुलिस ने घेराबंदी कर किया गिरफ्तार सोमवार को सूचना मिलने पर पुलिस ने अधलखिया के जंगल में घेराबंदी की, जहां हरपाल छिपा हुआ था और भागने की फिराक में था। मुठभेड़ के दौरान हरपाल ने गोली चलाई, लेकिन जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर उसे पकड़ लिया। मौके से एक बिना नंबर की बाइक भी बरामद की गई।
कैदी के मददगार दोस्त और पत्नी की तलाश में पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि हरपाल की फरारी में उसकी पत्नी नगीना देवी और उसके दोस्त रामेंद्र पाल का हाथ था। नगीना ने अपने मायके में रहते हुए रामेंद्र से नजदीकी बढ़ाई और दोनों ने मिलकर हरपाल को जेल से भगाने की योजना बनाई। फरार होने के बाद हरपाल गन्ने के खेतों में छिप गया, जहां नगीना और रामेंद्र उसे खाना और कपड़े पहुंचाते रहे। योजना यह थी कि मामला शांत होने पर वे हैदराबाद भाग जाएंगे। पुलिस अब हरपाल की पत्नी नगीना और रामेंद्र को भी इस साजिश में आरोपी बनाने की तैयारी कर रही है।