बैंक खाते के जरिये कराया मृतक से जमीन का एग्रीमेंट
बैंक आफ बड़ौदा में खाता 25 अप्रैल 2022 को संतोष कुमार टंडन, पुत्र गणेश प्रसाद, निवासी बिहारीपुर खत्रियान, बरेली के नाम पर खोला गया। इस खाते में हनुमान राइस मिल के मालिक अर्पित अग्रवाल उनके सहयोगी नितेंद्र नाथ मिश्रा व अन्य लोगों ने रुपये ट्रांसफर किये। जनधन खाते में एक बार में दस लाख और 15 लाख रुपये नहीं निकल सकते हैं, लेकिन बैंक मैनेजर और स्टाफ की साठगांठ से जन धन खाते में एक बार में लाखों रुपये निकाले गये। जिन मैनेजर ने ये कारनामा किया है, वह इन दिनों बैंक आफ बड़ौदा की दूसरी शाखा में ट्रांसफर हो गये हैं। मृतक संतोष टंडन की बेटी आनंदम पब्लिक स्कूल डोहरा माफी की रहने वाली प्रियंका टंडन ने इसकी शिकायत बैंक को भेजी है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता के नाम से खाता संचालित हो रहा है। उनके पिता की मौत छह नवंबर 2003 को हो चुकी है। बैंक ऑफ बड़ौदा की श्यामगंज शाखा के प्रबंधक रोहित वर्मा ने बताया कि इस मामले की जानकारी मिलने के बाद बैंक ने खाते की जांच शुरू कर दी है। बैंक यह पता लगाने में जुटा है कि खाता किसके कहने पर खुला, किसने गारंटी दी, और किस प्रकार के लेनदेन किए गए। उन्होंने मामले की पूरी रिपोर्ट वरिष्ठ बैंक अधिकारियों को सौंप दी है, जांच प्रक्रिया जारी है।
मंत्री अफसरों से फोन करवाकर मामले को दबाने में जुटे रसूखदार
करोड़ों की जमीन के फर्जीवाड़े से लेकर एग्रीमेंट कराने और बैंक खाता खुलवाने में बरेली से लेकर पीलीभीत के कई रसूखदार शामिल हैं। अब फर्जीवाड़े में उनकी गर्दन फंसती जा रही है। इस वजह से वह बचाने के लिये अपने सजातीय अफसरों और भाजपा सरकार के मंत्रियों की शरण में चले गये हैं। अफसरों और मंत्रियों से फोन करवाकर मामले को दबाने की कोशिश में लगे हैं, हालांकि बरेली के तेज तर्रार और ईमानदार एसएसपी अनुराग आर्य और एसपी सिटी मानुष पारीक के रहते कोई दबाव काम आने वाला नहीं है। रसूखदारों का पैंतरा फेल हो रहा है और धोखेबाजी के सभी साक्ष्यों ने फर्जीवाड़ा करने वालों पर एफआईआर की तलवार लटका दी है। उन पर जल्द ही एफआईआर हो सकती है।
धोखेबाज कंपनी ने ऐसे किया फर्जीवाड़ा
प्रियंका टंडन ने बताया कि उनके पिता का देहांत हो चुका है। कानपुर नगर निगम ने उनका मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किया है। उन्होंने अपनी प्रापर्टी फरीदापुर चौधरी बरेली में पहले ही बेच दी थी। अभिलेखों में दाखिल खारिज नहीं हुआ था। इसका फायदा उठाकर भूमाफियाओं ने एक षडयन्त्र रचकर दस सितंबर को रजिस्ट्री आफिस में 1, करोड़ 75 लाख रुपये एग्रीमेंट तैयार कराया। संतोष कुमार टंडन को 25 लाख रुपये एडवांस देना दिखाया गया। फर्जी एग्रीमेंट अर्पित अग्रवाल पुत्र अजय कुमार अग्रवाल निवासी 83 मोहल्ला डोरी लाल पीलीभीत, नितेन्द्र नाथ मिश्रा पुत्र राघवेन्द्र नाथ मिश्रा नि० मकान नं0 44 मोहल्ला केशरी सिंह पीलीभीत, पुरुषोत्तम गंगवार पुत्र वतन लाल गंगवार निवासी डी डबल स्टोरी फैक्ट्री स्टेट शाहजहांपुर, अंकुर कुमार जैसवार पुत्र करन सिंह जैसवार निवासी दमूपुरा तहसील बीसलपुर पीलीभीत, राजकुमार पुत्र ठाकुर दास निवासी ग्राम पटनिया तहसील बीसलपुर पीलीभीत, ओम प्रकाश पुत्र तोताराम निवासी ग्राम मुसरहा बीसलपुर पीलीभीत ने गवाह नन्हे अहमद पुत्र कल्लन मोहल्ला करमपुर चौधरी, नरवीर वर्मा पुत्र नन्दराम वर्मा धनेली शाही ने तैयार कराया है। मृत व्यक्ति संतोष कुमार टंडन की जगह किसी अन्य व्यक्ति को खड़ा करके फर्जीवाड़ा किया गया है।