हिंदूवादी संगठनों ने किया था विरोध हिन्दू संगठनों ने मांग की थी कि सार्वजनिक स्थान पर यह उर्स
azhari miyan urs नहीं होना चाहिए। हालांकि हिन्दू संगठनों ने आला हजरत के उर्स को काफी पुराना बताते हुए उसका विरोध करने से भी साफ इंकार किया था लेकिन अजहरी मियां का उर्स सार्वजनिक स्थान पर होने को नई परम्परा बताकर विरोध-प्रदर्शन की चेतावनी दी थी। यही वजह है कि शुक्रवार की शाम प्रशासनिक अधिकारियों ने बैठक कर इस्लामियां मैदान में प्रस्तावित अजहरी मियां के पहले उर्स को नई परम्परा मानकर उसकी परमिशन कैंसिल कर दी।
माहौल बिगडऩे के डर से कैंसिल हुई परमिशन इस्लामियां मैदान में अजहरी मियां के उर्स azhari miyan urs को लेकर हिन्दू संगठनों के बढ़ते विरोध को लेकर पुलिस-प्रशासन को माहौल बिगड़ने का इनपुट मिल रहा था। हिन्दू संगठनों ने प्रशासन से दो टूक कहा था कि वह किसी भी हाल में नई परंपरा नहीं पड़ने देंगे। यही वजह है कि प्रशासन को परमिशन कैंसिल करनी पड़ी।
मथुरापुर में हो सकता है उर्स इस्लामियां मैदान में अजहरी मियां के उर्स की परमिशन कैंसिल होने के बाद अब यह उर्स मथुरापुर में कराया जा सकता है। प्रशासन किसी भी सार्वजनिक स्थान पर ऐसे कार्यक्रमों पर रोक लगा सकता है लेकिन निजी जगह पर इस तरह के कार्यक्रम में रोक नहीं लगा सकता है। उर्स में आने वाले लाखों मुरीदों के लिए आने पर ट्रैफिक समेत अन्य व्यवस्था फिर भी प्रशासन को ही करनी होगी।