बिचौलियोंकी शिकायतें मिलने पर गुरुवार को डीएम रविंद्र कुमार ने आरटीओ ऑफिस में छापा मारा। करीब एक बजे डीएम नगर मजिस्ट्रेट राजीव कुमार शुक्ला और अन्य मजिस्ट्रेटों की टीम बनाकर आरटीओ ऑफिस पहुंचे। इस दौरान वहां हड़कंप मच गया। कार्यालय कर्मियों और कार्यालय में मौजूद अन्य व्यक्तियों को अलग-अलग खड़ा कर उनसे पूछताछ की गई। इन लोगों का क्रॉस चेक किए जाने के निर्देश दिए। ऑफिस में कर्मचारियों के अतिरिक्त 12-13 व्यक्ति पाए गए जिनमें दो व्यक्ति संदिग्ध मिले। दोनो में एक के पास नोटरी की मोहर लगे हुए और नोटरी के हस्ताक्षर के साथ करीब 70 की संख्या में ई स्टांप पेपर थे।
सीडीओ ने करीब सुबह 11:20 बजे रजिस्ट्री कार्यालय पर छापा मारा। सीडीओ जग प्रवेश ने रजिस्टर भी चेक किए। कर्मचारी तो पूरे मिले, लेकिन एक-दो अधिकारी नहीं मिले। पूछने पर पता चला कि तहसील में नए सर्किल रेट की बैठक में गए हैं। इसके बाद सीडीओ प्रथम तल पर गए। यहां रजिस्ट्रार के कक्ष में मौजूद लोगों से जानकारी की। इनमें कुछ लोग रजिस्ट्री कराने आए थे। जबकि कई लोग कातिबों के सहायक थे। सीडीओ ने एक-एक व्यक्ति से पूछताछ की। इसके बाद रिकॉर्ड रूम में गए तो यहां धर्मेंद्र नाम का व्यक्ति सरकारी अभिलेखों को देखते हुए मिला। न तो यह सरकारी कर्मचारी था न ही कोई कातिब का सहयोगी। खुद रजिस्ट्री कार्यालय के अधिकारी उसे डांटने लगे। इस पर सीडीओ ने सुभाष नगर थाने की पुलिस को बुलाकर संदिग्ध व्यक्ति को उसे सौंप दिया।