3.39 करोड़ का किया फर्जीवाड़ा
तीनों आरोपी खुसरो डिग्री कॉलेज में तैनात थे। उन्होंने 400 छात्रों को डी. फार्मा में प्रवेश दिलाया। उनसे करीब 3 करोड़ 39 लाख 94 हजार रुपये फीस के रूप में वसूले। इसके बदले छात्रों को फर्जी डिग्रियां जारी की गईं। गिरफ्तार किये विश्वनाथ शर्मा ने पूछताछ में बताया कि वह खुसरो डिग्री कॉलेज में मेडिकल और आईटी सेल का प्रधानाचार्य था। वहीं, जाकिर अली और तारिक अली कॉलेज में क्लर्क के पद पर कार्यरत थे। इन दोनों ने छात्रों से करोड़ों की फीस की रसीदें देकर और ऑनलाइन माध्यम से पैसे वसूले थे।
छात्रों ने दर्ज कराया मुकदमा
जब छात्रों को फर्जी डिग्री मिलने का पता चला, तो उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जांच के बाद पुलिस ने पहले ही शेर अली जाफरी, उनके बेटे अफरोज जाफरी, और प्रिंसिपल विजय शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। फरार चल रहे विश्वनाथ शर्मा, जाकिर अली, और तारिक अली को अब पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।