कुकर्म के प्रयास से शुरू हुआ विवाद
पीड़ित पिता ने बताया कि उनके बेटे के साथ 15 मई को आरोपी रजत ने कुकर्म करने का प्रयास किया था। इस घटना की शिकायत थाना नवाबगंज में दर्ज कराई गई थी। शिकायत के बाद से ही आरोपी और उसके परिवार ने प्रार्थी और उनके बेटे को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
आरोपी कई बार कर चुके हैं हमला
पहला हमला 21 जुलाई 2024 को हुआ था। शिकायत से खफा रजत, उसके पिता रमेश चंद्र और भाई आदित्य ने प्रार्थी और उसके बेटे पर जानलेवा हमला किया। दूसरा बार 1 अक्टूबर 2024 को आरोपियों ने युवक को घेरकर पीटा, जिससे उसे गंभीर चोटें आईं। अब मंगलवार को उसका बेटा अपने दोस्त के साथ मोटरसाइकिल से कोचिंग जा रहा था। गायत्री मंदिर के पास रजत ने उनकी गाड़ी रोककर गालियां देते हुए डंडे से युवक पर हमला किया। इसके बाद रजत ने अपने पिता और भाइयों को बुला लिया। आरोप है कि रजत ने अपने पिता से चाकू लेकर युवक पर जानलेवा हमला किया। चाकू के दो वार युवक के सिर पर किए गए, जिससे खून बहने लगा। आसपास के लोगों ने बीच.बचाव कर युवक की जान बचाई।