वनपाल लक्ष्मीनारायण सहरिया, वनरक्षक सिकंदर, विनोद रखवाला, दिनेश सुमन, मुकेश सहरिया क्लोजर के सीमांकन के लिए अहमदी वन खंड में जा रहे थे। वहां कुछ अतिक्रमी वनभूमि पर मुख्य रास्ते में पत्थर से चारदीवारी कर रहे थे। वनकर्मियों ने जब इन्हें रोका तो उदय बंजारा पुत्र बल्ला बंजारा, संता पत्नी उदय बंजारा, मोर बंजारा पुत्र मेघा बंजारा, कैलाश पुत्र मोर बंजारा, मुकेश पुत्र मोर बंजारा को अतिक्रमण टीम से बहस करने लगे। इतने में उन्होंने वनकर्मियों पर पथराव कर हमला कर दिया। हमले में वनपाल लक्ष्मीनारायण सहरिया व रखवाला दिनेश सुमन को चोटें आई हैं। हमले के दौरान महिला हमलावर दिनेश सुमन की जेब से जबरदस्ती मोबाइल निकाल कर ले गई। हमले से बचने के लिए दिनेश सुमन अपनी मोटर साइकिल को भी मौके पर ही छोड़ कर भाग गया। इसे बाद में किसी ने उसके घर पहुंचाया। बाद में महिला द्वारा छीना गया मोबाइल भी पुलिस ने वापस दिलवाया। वनपाल व रखवाले का मेडिकल करवाया गया है। वनपाल की तहरीर पर पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वनकर्मियों पर हमले से पर्यावरण प्रेमियों में भी गहरा रोष है। उल्लेखनीय है कि अहमदी गांव से जंगल की ओर जाने वाले रास्ते पर अतिक्रमियों ने पत्थर से दीवारें बनाकर अतिक्रमण कर रखा है। इससे रास्ता संकरा हो गया है।
वनभूमि पर बोई गेहूं-सरसों की फसल कर दी तबाह केलवाड़ा में वन विभाग ने गुरुवार को कार्रवाई करते हुए वन भूमि पर बोई गई गेहूं और सरसों की फसल को ट्रैक्टर फिरवाकर नष्ट करवा दिया। क्षेत्रीय वन अधिकारी दीपक चौधरी ने बताया कि नाका केलवाड़ा के वनखण्ड सीताबाड़ी मौजा छिछरोनी, कालाआम में लगभग 30- 35 बीघा वनभूमि को तार फेंङ्क्षसग करके अतिक्रमण कर लिया गया था। यहां पर फसल बो रखी थी। खाली वन भूमि में भी अतिक्रमण की नीयत से पेड़ों का कटान किया गया था। इसे स्टाफ एवं 2 ट्रैक्टरों की सहायता से ध्वस्त किया गया व कटर मशीन की सहायता से तार काटे गए। खड़ी फसल में मवेशियों को छोडकऱ फसल को नष्ट किया गया। कार्रवाई के दौरान रामकिशन नागर वनपाल, रामचंद्र मीना सहायक वनपाल, दौलत सहरिया, गिरधारी, मनीष एवं अन्य स्टाफ मौजूद रहे।