इससे दो घंटे पहले निकली थी इंटरसिटी इसी लाइन से करीब दो घंटे पहले रात 10.20 बजे इंदौर-कोटा इंटरसिटी ट्रेन (22984) भी गुजरी थी। लेकिन तब यह फ्रेम पटरी पर नहीं थी। इसके अलावा रात 11.15 बजे अजमेर-जबलपुर दयोदय ट्रेन भी निकली थी। हालांकि यह ट्रेन दूसरी लाइन से निकली थी। अगर इस ट्रेक पर भी कुछ रखा होता तो यह ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त हो सकती थी।जांच जारीअधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। फ्रेम पर लिखे चेसिस नंबरों के आधार पर बाइक मालिक के पहचान की कोशिश की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि यह किसी की शरारत है, साजिश है या कोई षड्यंत्र है।
कई मामले आ चुके हैं सामने उल्लेखनीय है कि पटरी पर कोई भी भारी भरकम सामान रखकर ट्रेन गिराने की कोशिश के देशभर से इन दिनों कई मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले पाली में भी इस तरह की घटना होना सामने आया था, जिसमें वंदे भारत ट्रेन को पलटने की साजिश की गई थी। यहां इसमें पटरी पर सीमेंट ब्लॉक रखे गए थे। ऐसे एक-दो मामलों में ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुकी है। इसके चलते रेलवे ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है।
रात 9.27 बजे की घटना
28 अगस्त की देर रात 9:27 बजे की यह घटना है। रेल लाइन पर कोई मोटरसाइकिल का स्क्रैप छोड़ गया था. यह कीचड़ से सना हुआ था। यह किसने रखा, इस संबंध में अभी जांच पड़ताल नहीं हो पाई है। आरपीएफ और रेलवे के उच्च अधिकारी इस पूरे मामले की जांच पड़ताल में जुटे हुए हैं। हालांकि यह भी संभावना जताई जा रही है कि यह कबाड़ में से उठाया हुआ स्क्रैप है, जिसे यहां पर रेलवे ट्रैक पर पटक दिया है या फिर रेलवे ट्रैक के आसपास से ही पुरानी दुर्घटना के बाद पड़ा बाइक का स्क्रैप उठाकर रखा हो।
– घटना में सीआर नंबर 284/2024 के तहत अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रेलवे अधिनियम 1989 की धारा 147, 153, 174 के तहत मामला दर्ज किया गया ह। पूरे मामले में जीआरपी और स्थानीय पुलिस समेत रेलवे प्रबंधन से जुड़े लोगों ने भी मौका स्थल का निरीक्षण किया है।
ए नवीन कुमार, कमाडेंट, आरपीएफ