एक दूसरे को माला पहना कर घर आ गए:
पुलिस की सूझबूझ और समझाइश काम आई और महिला की काउंसिलिंग कराई गई। इसके बाद पति पक्ष के लोगों से भी उनकी समस्याओं, सोच और विचार के मुताबिक गृहस्थी का माहौल बनाने का अनुरोध किया गया। इससे महिला का घर टूटने से बच गया। वहीं समझाने पर महिला भी अपने पति के साथ खुशी से रहने के लिए राजी हो गई। दोनों पति-पत्नी एक दूसरे को माला पहना कर घर आ गए।
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छह माह तक रखेंगे दोनों पर निगरानी:
थानाधिकारी उत्तम सिंह ने बताया की सुलह के बाद छह महीने तक निगरानी की जाती है। महिला उत्पीड़न और प्रताड़ना की अधिकतर शिकायतें आती हैं। इन शिकायतों पर हम सख्त कदम उठाने से पहले दोनों पक्षों को आमने-सामने कर सुलह का प्रयास करते हैं। अगर महिला ज्यादा डिप्रेशन में है तो उसकी काउंसिलिंग कराई जाती है। फिर परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उस महिला को अपनी गृहस्थी बसाने का मौका दिया जाता है। ससुराल में जाने के बाद छह माह तक उससे लगातार संपर्क में रहते हैं।