मोठपुर निवासी नवल नागर ने बताया कि 15 दिन पहले उसने गैस सिलेंडर बुक करवाया था। वह दो-तीन बार एजेंट के पास लेने पहुंचा तो एजेंट ने सिलेंडर नहीं होने की बात कही। ऐसे में ब्लैक में अधिक रुपए देकर खरीदनी पड़ी। मोठपुर सहित आसपास क्षेत्र के ग्रामीणों को गैस की टंकी डिलीवरी चार्ज जोडकऱ 850 रुपए तक एजेंटों द्वारा दी जाती है। अटरू व कवाई के एजेंट द्वारा मोठपुर कस्बे में दो-तीन जगह निश्चित की गई है जहां से वह गैस का वितरण करते हैं। यहां पहुंचने वाले उपभोक्ताओं से उसकी डायरी के नंबर की टंकी पर भी ?25 अतिरिक्त चार्ज वसूला जाता है। वहीं कई बार डायरी वाले उपभोक्ताओं को टंकियां खत्म होने का हवाला देकर वापस भेज दिया जाता है, जबकि इधर-उधर हजार रुपए तक कालाबाजारी कर गैस की टंकियां बेची जा रही है।
सरकार द्वारा उज्ज्वला योजना के तहत घर-घर गैस कनेक्शन बांट दिए हैं। लेकिन कई उपभोक्ता गैस का उपयोग नहीं करते। वह सब्सिडी का फायदा लेने के लिए गैस की टंकी भरवाकर कहीं भी बेच देते हैं। कस्बे में अगर कोई खरीद कर इन्हे ऊंचे दाम में बेच रहा है तो इसमें हम कुछ नहीं कर सकते। रही बात 825 की टंकी के 850 रुपए लेने की। तो इस पर ग्राम उपभोक्ता केंद्र जहां बनाए हुए हैं, उनको पाबंद किया जाएगा।
धीरज तिवारी, एचपी गैस संचालक, अटरू कंपनी ने मोठपुर में सीएससी बनाई है। एचपी द्वारा हर पंचायत में गैस वितरण की व्यवस्था के लिए सीएससी है। हम सीएससी एजेंट को प्रति टंकी कंपनी द्वारा निर्धारित कमीशन भी देते हैं। उपभोक्ता को टंकी 825 रुपए में ही देनी चाहिए। अब वह आगे कितने में बेच रहा है, इसकी जानकारी मुझे नहीं है। वर्तमान में बगैर ओटीपी के किसी को भी सिलेंडर नहीं दिया जा रहा। कालाबाजारी कौन कर रहा है। इसकी मुझे जानकारी नहीं है।
अजय गुप्ता, एचपी गैस एजेंसी संचालक, कवाई