वहां व्यापार में नुकसान होने पर अनीस बोहरा ने इकबाल से 99 लाख रुपए उधार लिए, लेकिन काफी समय तक यह राशि नहीं लौटाई। वर्ष 2018 में सब कुछ बेचकर अनीस भारत आने लगा तो तो इकबाल ने उससे तकाजा किया। अनीस ने भारत में उधारी चुकाने का आश्वासन देकर यहां आ गया। यहां बोहरा समाज की संस्था की ओर से दोनों पक्षों में समझौता कराया और राशि अदा करने के लिए समय अवधि तय कर दी। लिखित समझौते के अनुसार अनीस ने राशि अदा नहीं किया। कुछ माह पहले अनीस बारां आया और यहां चारमूर्ति चौराहे पर उसने इकबाल को 99 लाख रुपए के चेक बंद लिफाफे में थमा दिए।
बाद में इकबाल ने लिफाफा खोलकर देखा तो उसमें दुबई के एक बैंक के चेक थे। चूंकि चेक देने की घटना बारां में होने के कारण जनवरी 2024 में बारां कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया। प्रकरण के तहत कोतवाली पुलिस ने पुणे से अनीस को डिटेन किया तथा बारां लाने के बाद मंगलवार रात गिरफ्तार किया। पुलिस ने बुधवार को आरोपी को न्यायालय में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।