दोनों हैं खतरनाक चायनीज मांझा, जो प्लास्टिक और धातु की परत से बना होता है, न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि पक्षियों और मनुष्यों के लिए भी खतरनाक साबित होता है। वहीं, प्लास्टिक व पॉलीथिन का अत्यधिक उपयोग पर्यावरणीय संतुलन को बिगाड़ रहा है और अपशिष्ट प्रबंधन में चुनौती बन रहा है। यह अभियान स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है। नगर परिषद ने नागरिकों से अपील की है कि वे चायनीज मांझे और प्लास्टिक, पॉलीथिन का उपयोग न करें और पर्यावरण संरक्षण में सहयोग दें। अधिकारियों ने व्यापारियों को भी निर्देश दिया है कि वे ऐसे उत्पादों का भंडारण और बिक्री न करें, अन्यथा सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नगर परिषद इस अभियान को लगातार जारी रखेगी, ताकि शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाया जा सके।