मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. रमेश चंद्र ने बताया मिशन निदेशक ने अपने पत्र में कहा है वर्ष 2020 में जनसंख्या दिवस पखवाड़े के लिए भारत सरकार की ओर से तय किए गए थीम का मुख्य उद्देश्य कोविड-19 महामारी मे भी जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए समाज को जागरूक करने के साथ-साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम को गति प्रदान करना है।
नोडल अधिकारी डा. संजय कुमार कुमार ने बताया विश्व जनसंख्या दिवस- 2020 दो चरणो में मनाया जा रहा है। पहला चरण 27 जून से चल रहा है, जिसमें व्यापक व सघन प्रचार-प्रसार के माध्यम से दम्पति सम्पर्क पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है। दूसरे चरण में सेवा प्रदायगी जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा (11 जुलाई से 31 जुलाई) मनाया जाएगा। इस आयोजन के लिए भारत सरकार की ओर से गाइड लाइन जारी की गई हैं। जनपद स्तर पर संबंधित नोडल अधिकारी द्वारा पखवाड़े के दौरान ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा इकाईयों के साथ सामुदायिक स्तर के कार्यकर्ताओं, आशा एवं एएनएम तक परिवार नियोजन सेवा से संबंधित गर्भनिरोधक सामग्री एवं अन्य आवश्यक संसाधनों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियों की रिपोर्ट प्रतिदिन भारत सरकार को भेजी जाएगी इसके लिए तय प्रारूप भी प्रत्येक जनपद को उपलब्ध कराया गया है।
इस दौरान आयोजित होने वाली गतिविधियां परिवार नियोजन के विभिन्न स्थायी एवं अस्थायी साधनों (बास्केट ऑफ़ चॉइस) के बारे में लाभार्थियों को परामर्श दिया जाएगा। सार्वजानिक स्थानों एवं सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर परिवार नियोजन से सम्बंधित पोस्टर्स व बैनर लगाए जाएंगे एवं दीवार लेखन किया जा रहा है। पखवाड़े के दौरान लाभार्थियों को गर्भ निरोधक इंजेक्शन अन्तरा तथा प्रसव पश्चात आईयू सीडी सेवाओं को स्वीकार करने के लिए विशेष रूप से प्रेरित किया जायेगा। सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर परिवार नियोजन के सभी साधन मुफ्त में उपलब्ध रहेंगे। समुदाय में इनका वितरण कन्टेनमेंट एवं बफर जोन को छोड़कर अन्य सभी जगह कोविड प्रोटोकॉल के साथ में किया जाए। जिला एवं ब्लाक स्वास्थ्य सुविधा इकाइयों पर लगे हुए कॉन्डोम बॉक्स को प्रतिदिन विसंक्रमित किया जाये। लाभार्थियों को बार-बार स्वास्थ्य केंद्र ना आना पड़े इसके लिए कम से कम 2 महीने के लिए कंडोम बॉक्सेस तथा ओरल गर्भनिरोधक गोली उन्हें उपलब्ध करायी जायेंगी। नसबंदी के लिए पहले से ही लाभार्थियों का पंजीकरण किया जाये।
इसके साथ ही 16 से 31 जुलाई के मध्य आयोजित दस्तक अभियान के दौरान आशाओं द्वारा गृह भ्रमण के माध्यम से परिवार नियोजन के अस्थायी साधन जैसे कंडोम. छाया एवं ओसीपी का वितरण सुनिश्चित किया जायेगा। जिला एवं ब्लाक स्तर की इकाइयों में हौसला साझेदारी के तहत आने वाले निजी सेवा प्रदाता भी अपनी सेवायें देंगे। पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन के बास्केट ऑफ़ चॉइस का अलग से स्टाल लगाया जाएगा जिसमें परिवार नियोजन के विभिन्न स्थायी एवं अस्थायी साधनों की जानकारी तथा सही से उपयोग करने के बारे में लोगों को बताया जाए। इसके साथ ही कम आयु में विवाह के दुष्परिणाम, विवाह के बाद 20 वर्ष की उम्र में पहले बच्चे का जन्म तथा दो बच्चों के जन्म में कम से कम 3 वर्ष का अंतराल रखने की वर्तमान परिप्रेक्ष्य में आवश्यकता के सम्बन्ध में जानकारी दी जाए।
अब पुरूष को 3000, तो महिला को 2 हजार नसबंदी प्रोत्साहन राशि जिले में मिशन परिवार विकास के अंतर्गत नसबंदी कराने वाली महिलाओं को 2000 रुपए व पुरुषों को 3000 रुपए दिये जाते हैं। नसबंदी के लिए दंपत्ति को स्वास्थ्य सुविधा पर लाने वाली आशा कार्यकर्ताओं को पुरुष नसबंदी पर 400 रुपए और महिला नसबंदी पर 300 रुपए दिये जाते हैं। अंतरा इंजेक्शन अपनाने वाली महिलाओं को 100 रुपए व महिलाओं को लाने वाली आशा कार्यकर्ताओं को 100 रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके अलावा अंतरा इंजेक्शन से संबन्धित समस्याओं के लिए महिलाएं हेल्पलाइन नंबर 1800-103-3044 पर काल कर उनका निराकरण कर सकती हैं।