जून में एक करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य प्रदेश के अपर मुख्य सचिव-स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक जून माह में करीब एक करोड़ लोगों के टीकाकरण का लक्ष्य है और जिस रफ़्तार से टीकाकरण हो रहा है, उससे प्रतीत होता है कि लक्ष्य प्राप्त कर लिया जाएगा। अब अगले महीने से और अधिक ध्यान देने के साथ विस्तृत कार्ययोजना बनाने की जरूरत है ताकि हर दिन 10 लाख के टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों के लिए विकास खंड को तथा शहरी क्षेत्र में शहरी निकाय को इकाई के रूप में लेकर कार्ययोजना बनानी है। इन इकाइयों को क्लस्टर्स में इस तरह से विभाजित किया जाएगा ताकि एक माह के अन्दर टीकाकरण टीमें सभी क्लस्टर्स में पहुँच जाएँ। क्लस्टर में चल टीमों के द्वारा टीकाकरण के अतिरिक्त अस्पतालों/ आरोग्य व स्वास्थ्य केन्द्रों एवं अन्य भवनों पर स्थिर टीकाकरण (स्टेटिक) केन्द्रों के माध्यम से भी टीका लगाया जाएगा। क्लस्टर में टीकाकरण करने वाली टीमों के समूह को क्लस्टर वैक्सीनेशन ग्रुप कहा जाएगा। राजस्व ग्राम में टीकाकरण के प्रति जागरूकता लाने और अनुकूल वातावरण बनाने वाली टीम को मोबिलाइजेशन टीम कहा जाएगा और किसी क्लस्टर के सभी राजस्व ग्रामों की टीमों के समूह को क्लस्टर मोबिलाइजेशन ग्रुप कहा जाएगा। इस बारे में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, मंडलीय अपर निदेशक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है, जिसमें इस लक्ष्य को पाने के लिए क्या कदम उठाने हैं, उस बारे में विस्तार से बताया गया है।
घर के नजदीक होगा टीकाकरण अपर मुख्य सचिव का कहना है कि कार्ययोजना के मुताबिक प्रत्येक क्लस्टर के लिए टीकाकरण की तिथियों एवं स्थान पहले से ही घोषित कर दिए जायेंगे। इन सभी स्थलों पर वहीँ पर रजिस्ट्रेशन करने की सुविधा होगी और घर के नजदीक ही केंद्र बनाकर टीकाकरण किया जाएगा। इसके लिए उपयुक्त भवनों जैसे- पंचायत घर, विद्यालय भवन या अन्य परिसर का उपयोग होगा। क्लस्टर में टीकाकरण टीम के पहुँचने से पहले उस क्लस्टर की मोबिलाइजेशन टीम के द्वारा तीन दिन तक लोगों को वैक्सीन व वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी देने के साथ ही संशय मिटाने का कार्य किया जाएगा। विकासखंड के राजस्व ग्रामों के मुताबिक़ क्लस्टर बनाए जायेंगे। यह भी ध्यान रखा जाएगा कि हर क्लस्टर में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों की आबादी करीब – करीब समान हो ताकि चार से छह दिन में उन सभी का टीकाकरण किया जा सके। उसी के मुताबिक़ टीकाकरण टीम भी बनेंगी और भौगोलिक स्थिति का भी ख्याल रखा जाएगा। क्लस्टर के विभाजन में मतदाता सूची भी सहायक हो सकती है। उसी के मुताबिक़ आशा के माध्यम से लोगों के घरों पर “बुलावा पर्ची” मिलेगी, जिसमें टीकाकरण तिथि और स्थान का उल्लेख होगा।
हर राजस्व ग्राम में गठित होगी मोबिलाइजेशन टीम क्लस्टर में टीकाकरण के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करने के लिए हर राजस्व ग्राम में मोबीलाइजेशन टीम बनेगी, जिसमें ग्राम प्रधान, लेखपाल, आशा-आंगनबाड़ी, प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक, पंचायत सेक्रेटरी और युवक मंगल दल/ महिला मंगल दल के सदस्य शामिल होंगे। इनका काम टीकाकरण को लेकर बनी संशय की स्थिति को दूर करना और टीकाकरण के लिए प्रेरित करना होगा।
प्रतिकूल परिस्थिति के लिए होगी क्यूआरटी टीम क्लस्टर में टीकाकरण के दौरान किसी प्रकार की प्रतिकूल घटना (एईएफआई) के प्रबन्धन के लिए दो क्विक रेस्पांस टीम (क्यूआरटी) लगायी जायेंगी। इन दो टीमों के समूह को क्लस्टर रेस्पांस टीम (सीआरटी) कहा जाएगा। टीम के पास वाहन की व्यवस्था होगी और जरूरी दवाएं भी मौजूद होंगी। टीकाकरण के बाद व्यक्ति में किसी भी प्रतिकूल परिस्थिति में 108 एम्बुलेंस को तत्काल बुलाया जाएगा और सम्बंधित को ब्लाक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचाया जाएगा।