रोडवेज सूत्रों ने बताया कि वाकया उदयपुर डिपो की बस में दोपहर दो बजे हुआ। परिचालक लोकेंद्रकुमार ने बताया कि बाजना निवासी प्रसूता बाजना निवासी अनिता और उसका पति राधेश्याम उदयपुर से बस में बैठे थे। बांसवाड़ा आते-आते चिड़ियावासा से अनिता को प्रसव वेदना शुरू हुई।
इसकी जानकारी पर चालक ने सावधानी बरतते हुए गाड़ी तेजी से बांसवाड़ा लाने का प्रयास किया, लेकिन लीयो सर्किल आते-आते महिला की परेशानी बढ़ गई। एम्बुलेंस बुलवाने का भी वक्त नहीं होने पर गाड़ी साइड में खड़ी कर अन्य यात्री महिलाओं की मदद ली तो वहीं प्रसव हो गया।
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बाद में जच्चा-बच्चा दोनों सलामत होने पर सभी ने राहत महसूस की। फिर बस को सीधे महात्मा गांधी जिला अस्पताल लाकर महिला को भर्ती करवाया गया। इधर, अस्पताल में अनिता के पति राधेश्याम ने बताया कि वे उदयपुर में मजदूरी कर रहे थे। दीपावली और पत्नी प्रसव का समय नजदीक आने के मद्देनजर उन्होंने काम छोड़कर जल्दी घर वापसी के लिए बस पकड़ी और रास्ते में प्रसव हो गया। अनिता की पहली संतान बेटा होने और दोनों सकुशल अस्पताल पहुंचाने पर राधेश्याम ने रोडवेजकर्मियों की मदद को सराहा।