सूत्रों के अनुसार क्षेत्र का रहने वाला आरोपी सेवालाल उदयपुर में पढ़ाई करता था। यहां उसकी सांचौर के एक युवक से दोस्ती हो गई। पढ़ाई पूरी होने के बाद भी दोनों का संपर्क बना रहा। दोनों ने कुछ अन्य साथियों को मिलाकर एक पूरी गैंग बना ली। इसमें सांचौर का एजेंट मारवाड़ क्षेत्र में पढ़ाई में तेज ऐसे अभ्यर्थियों की तलाश करता था, जो कि परीक्षा पास करा दे। जबकि, सेवालाल और उसके साथी बांसवाड़ा में ऐसे युवाओं की तलाश करता, जो कि पैसे देकर परीक्षा पास करना चाहते थे। बात तय हो जाने पर सेवालाल और उसके साथी हरेक मामले में 10-12 लाख रुपए में सौदा तय करते थे। इसमें बात नहीं बनती तो 5 लाख रुपए तक में भी सौदा कर लेते।
पुलिस ने एमपी बॉर्डर से लेकर गुजरात तक के करीब 46 लोगों से गुरुवार से शुक्रवार दोपहर तक पूछताछ की है। फिलहाल पूरी कार्रवाई सेवालाल और सांचोर के एजेंट की पूछताछ पर निर्भर है। दोनों आरोपियों ने जितने भी लोगों के नाम बताए हैं, उन सभी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
अभी तक सभी केस में जांच का जिमा एएसपी राजेश भारद्वाज को दिया गया है, जबकि 3 प्रकरण थाने में दर्ज कराए गए हैं। सज्जनगढ़, सल्लोपाट, कुशलगढ़ थानाधिकारी और उनकी टीम को यहां तैनात कर दिया गया है। साथ ही पाटन, कसारवाड़ी व अन्य थानों के प्रभारी भी यहां पर मौजूद हैं। आम लोगों का सल्लोपाट थाने में आना-जाना पूरी तरह बंद हो चुका है। थाने में चाय-कॉफी तक बाहर से नहीं मंगवाई जा रही है। सबकुछ मैस में ही बन रहा है।
आईजी एस. परिमला और एसपी अग्रवाला ने अब तक की प्रगति की पूरी रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेज दी है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि फर्जी ढंग से नौकरी हासिल करने वालों की तादाद ज्यादा है। रिपोर्ट में तो 100 से भी ज्यादा लोगों के फर्जी तरीके से नौकरी लेने की आशंका जताई गई है। इधर, एसओजी भी बांसवाड़ा एसपी से संपर्क में है, जो मुयमंत्री दतर को पल-पल की रिपोर्ट भेज रही है।
डमी अभ्यर्थी 80 से ज्यादा हो सकते हैं। इसकी पुष्टि करना अभी जल्दीबाजी होगी। हमारी पूरी टीम लगी हुई है। कोई भी आरोपी कुछ भी कह सकता है। फिलहाल इतना बता ही सकते हैं कि फर्जीवाड़े में शामिल लोगों की संया अनुमान से अधिक आएगी। हर्षवर्धन अग्रवाला, पुलिस अधीक्षक, बांसवाड़ा
बांसवाड़ा. सूचना सहायक भर्ती 2008 में भी डमी अभ्यर्थी का खेल चला। साढ़े 7 लाख रुपए में डमी अभ्यर्थी के जरिए परीक्षा पास करवाई गई। इसके बाद सरकारी सज्जनगढ़ में नियुक्ति मिली। इस मामले में सज्जनगढ़ थानाधिकारी नागेंद्र सिंह की रिपोर्ट पर पुलिस ने पण्डवाल ऊंकार निवासी मुकेश पुत्र हवा सिंह के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया गया है। रिपोर्ट में बताया कि मुखबिर से सूचना मिलने के बाद जांच शुरू की गई। आरोपी मुकेश से जानकारी जुटाई तो उसने एसएसओ आईडी व पासवर्ड बता दिया। जांच पर नाम व फोटो अलग मिला। पूछताछ शुरू की गई तो मुकेश ने बताया कि सेवालाल ने 7.50 लाख में सौदा तय किया था। सेवालाल ने कहा था कि बिना परीक्षा दिए ही सरकारी नौकरी लगवा देगा। उसने जालौर के भीनमाल निवासी वीरमा राम पुत्र गंगाराम को बैठा कर परीक्षा पास करा दी। इसके बाद दोनों एक साथ डूंगरा में मुझसे पैमेंट लेने के लिए आए थे।