यह स्थिति है बांसवाड़ा की
एमजी अस्पताल व डिस्पेंसरियों में कुल 51 डॉक्टर कार्यरत हैं, जबकि 50 पद रिक्त हैं। जिले के अन्य सरकारी अस्पतालों में 134 डॉक्टर काम कर रहे हैं, जबकि 76 पद खाली हैं। जिले में 185 डॉक्टर कार्यरत हैं, जबकि 126 पद खाली हैं। यह भी पढ़ें – राजस्थान आवासन मंडल का बड़ा फैसला, आवास-फ्लैट्स पंजीकरण की अंतिम तिथि 15 जुलाई तक बढ़ाई इस कारण मांगी सूची
चिकित्सा विभाग भी प्रशासनिक अधिकारियों की तरह नई तबादला नीति लागू कर सकता है। इसका मुख्य उद्देश्य दूरस्थ अंचल के गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराना है।
10 दिन से निदेशालय को रहा सूची का इंतजार
चिकित्सा विभाग के निदेशक ने करीब 20 दिन पहले आदेश जारी कर बांसवाड़ा सहित प्रदेशभर के सीएमएचओ और पीएमओ से सूची मांगी थी। इसके बाद भी मातहत अधिकारियों ने सूची नहीं भेजी तो निदेशालय को रिमाइन्डर भेजना पड़ा, तब जाकर सूचियां प्रेषित की गईं।
80 प्रतिशत डॉक्टर दायरे में – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बांसवाड़ा डॉ. हीरालाल ताबियार ने कहा कि जिले में 80 प्रतिशत डॉक्टर ऐसे हैं, जो 3 साल या इससे अधिक समय से एक ही स्थान पर कार्यरत हैं। सूची भेज दी गई है।