बागीदौरा विधानसभा सीट उपचुनाव
वागड़ के कद्दावर नेता महेंद्रजीत सिंह मालवीया के विधायक पद और कांग्रेस छोड़ने से रिक्त बागीदौरा विधानसभा सीट के उपचुनाव का नतीजा मंगलवार आ गया। गौरतलब है कि उपचुनाव में सीट के लिए कुल 6 प्रत्याशी आगे आए थे। इनमें भाजपा प्रत्याशी सुभाष तंबोलिया और बीएपी प्रत्याशी जय कृष्ण पटेल में कड़ा मुकाबला था। यहां चुनाव से पहले कांग्रेस से पर्चा भरने वाले आशीष और मोहनलाल के नामांकन खारिज हुए। जबकि निर्दलीय जवाहरलाल पटेल ने नाम वापस ले लिया था। इसके बाद दीगर कांग्रेस के कपूर सिंह को बाद में बीएपी के समर्थन में पार्टी ने हटाने को कहा पर वह नहीं हटे। यह भी पढ़ें – भाजपा का टूटेगा सपना, राजस्थान में कांग्रेस की जीत का सेहरा किसके सिर बांधेगा, अशोक गहलोत या सचिन पायलट बागीदौरा विधानसभा सीट का इतिहास
बीते 47 साल का इस सीट का इतिहास देखें तो यहां सर्वाधिक चार बार 2008 से 2023 तक कांग्रेस के टिकट पर महेंद्रजीतसिंह मालवीया जीत का परचम फहराते रहे हैं। इससे पहले 1990 से 1998 तक तीन बार चुनाव में एक-एक बार जनता दल से सोमलाल और पूंजालाल, जबकि दो बार जनता दल यूनाइटेड से जीतमल खांट विजयी रही। इनसे पहले हुए दो चुनाव में 1977 में जनता पार्टी के नाथूलाल और 1985 में कांग्रेस के पन्नालाल ने जीत दर्ज की थी। इस साल मालवीया ने पार्टी और बागीदौरा सीट दोनों को छोड़ दिया और भाजपा में शामिल होकर सांसद के चुनावी समर में कूदे हैं।