पुलिस के अनुसार इस संबंध में दो दिन बाद सेमलिया निवासी मृतक अजय पुत्र राजकुमार निनामा के भाई संजय ने रिपोर्ट दी थी। इस पर तहकीकात के लिए पुलिस अधीक्षक अभिजीत सिंह और एएसपी कानसिंह भाटी के निर्देशन मे टीम गठित की गई। आंबापुरा थानाधिकारी प्रकाशचंद्र मीणा के नेतृत्व में टीम ने प्रयास कर कोतवाली क्षेत्र के पीपलवा निवासी अनिल पुत्र प्रभु मईडा को डिटेन कर पूछताछ की, तो उसने वारदात करना स्वीकार किया। इस पर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। कार्रवाई दल में हैड कांस्टेबल विशालसिंह, कांस्टेबल दिग्पालसिंह और विठलकुमार शामिल रहे। प्रकरण में अब पुलिस की अग्रिम जांच जारी है।
यह बताया था घटनाक्रम
25 अगस्त की रात संजय घर में सोया था। तभी जख्मी हालत में आए भाई विजय ने बताया कि छोटे भाई अजय को किसी ने मारा है। वह खेत के पास पड़ा है। दोनों मौके पर पहुंचे तो अजय लहूलुहान मिला। गांव का लालसिंह पुत्र रावजी निनामा उसके पास बैठा था। उसके साथ मिलकर अजय और विजय दोनों को संजय बांसवाड़ा के जिला अस्पताल लाया। यहां भर्ती रहते विजय से पता चला कि उसे भी अजय व लालसिंह को फोन कर बुलाया था।
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जाने पर एक बाइक सवार अनिल नाम के लडक़े ने झगड़ते हुए उनसे मारपीट शुरू कर की। फिर चाकू निकालकर अजय पर हमला किया। बीचबचाव में आने पर उसे भी चाकू लगा तो आरोपी मौके से भाग गया। मामले पर पुलिस ने केस दर्ज किया। फिर गंभीर हालत पर उदयपुर रैफर करने के बाद अजय की मौत हो गई। तब प्रकरण को हत्या के आरोप में तरमीम किया गया।
दोस्त के साथ गया था प्रेमिका से मिलने
प्रकरण में पकड़े गए आरोपी अनिल ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि 25 अगस्त की रात वह सेमलिया में अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए अपने दोस्त अभिषेक के साथ गया। वहां प्रेमिका के घर के पड़ोसियों ने देख लिया तो पीछा करने पर वे बाइक लेकर भागने लगे। इसी बीच, थोड़ी दूर निकलने के बाद गाड़ी बंद पड़ गई। तब अजय, विजय और लालसिह ने सामने आ गए। रोककर उसने पूछताछ करने पर झगड़ा हुआ और तेश में आकर उसने चाकू निकालकर पर वार किए और भाग निकला।