Good News : अब साइन बोर्ड बताएंगे बांसवाड़ा में कहां से गुजरती है कर्क रेखा
Good News : बांसवाड़ा में कहां से गुजरती है ‘कर्क रेखा’। अब यह साइन बोर्ड बताएंगे। कर्क रेखा राजस्थान में बांसवाड़ा व डूंगरपुर में यह कुल 109.45 किमी लंबी है। बांसवाड़ा में इसका क्षेत्र 72.02 किमी व डूंगरपुर में इसका क्षेत्र 37.43 किमी है।
Good News : अब साइन बोर्ड बताएंगे बांसवाड़ा में कहां से गुजरती है कर्क रेखा
Good News : खुशखबर। बांसवाड़ा के लिए गर्व करने की बात है। कर्क रेखा की भौगोलिक विशिष्टता के बाद भी पहचान को मोहताज है बांसवाड़ा। संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के पवन की पहल पर जिले में कर्क रेखा गुजरने वाले स्थानों का चिन्हीकरण शुरू हो गया है। बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिलों में पर्यटन दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थानों पर ’कर्क रेखा’ (Tropic of Cancer) की अवस्थिति दर्शाने वाले साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं। इसके लिए आरंभ में जीआईएस तकनीक से बांसवाड़ा के पर्यटन स्थलों पर शोध कर रहे युवा विरांच दवे और प्रेरणा उपाध्याय को कर्क रेखा पर अवस्थित पर्यटन स्थलों का डेटा तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। इसके बाद श्री गोविंद गुरु राजकीय महाविद्यालय के भूगोल के सहायक आचार्य मेहताब सिंह राठौड़ से मदद ली। इसके आधार पर चुनिंदा स्थानों की सूची तैयार कर बोर्ड लगाने का कार्य प्रारंभ किया गया।
माही नदी पर गेमन पुल, भंडारिया हनुमान मंदिर परिसर, बांसवाड़ा शहर में औद्योगिक क्षेत्र में आदित्य मार्बल के पास में बोर्ड स्थापित हो चुके हैं। इसमें सेवानिवृत्त व्याख्याता रूपशंकर उपाध्याय, प्रेरणा उपाध्याय, विकास अधिकारी बापूलाल यादव और स्थानीय प्रशासन द्वारा सहयोग किया जा रहा है।
सूची अनुसार छत्रसालपुर, ठीकरिया, बोदला, बोरवट, गामड़ी, चैबीसों का पारडा, उमराई त्रिपुरा सुंदरी, शंभूपुरा, पाटन, जलदा, कुंवारिया, आमजा, टिमुरवा, जौलाना, रैयाणा, ओडावाड़ा, थाली तलाई, हड़मतिया हनुमानजी, अरथूना, कुशलकोट, उबली, गरियाता, नादिया श्री राम मंदिर, सेंडोला और आसपास के स्थानों पर जीपीएस लोकेशन के आधार पर लगाने की योजना बनी है। लोकेशन के आधार पर कुछ स्थानों में परिवर्तन भी किया जा सकता है।
वागड़ में 109.45 किमी है कर्क रेखा की लंबाई
जीआईएस मैप एक्सपर्ट और शोधार्थी विरांच दवे के अनुसार यह रेखा एक छोर से दूसरे छोर पर साढ़े 23 डिग्री उत्तरी देशांतर पर गुजरती है। राजस्थान में यह बांसवाड़ा व डूंगरपुर में यह कुल 109.45 किमी लंबी है। बांसवाड़ा में इसका क्षेत्र 72.02 किमी व डूंगरपुर में इसका क्षेत्र 37.43 किमी है।
गौरव की बात है कर्क रेखा यहां से गुजरती – संभागीय आयुक्त बांसवाड़ा
संभागीय आयुक्त बांसवाड़ा डॉ. नीरज के.पवन ने बताया कि हमारे लिए गौरव की बात हैं कि हम संपूर्ण ब्रह्माण्ड में उस स्थान पर हैं, जहां से कर्क रेखा गुजरती है। इस भौगोलिक विशिष्टता की जानकारी जिले के बहुत ही कम लोगों को है। ऐसे में हमारे इस गौरवशाली तथ्य को देश-दुनिया तक पहुंचाने की दृष्टि से बांसवाड़ा संभाग के उन प्रमुख स्थानों पर कर्क रेखा की अवस्थिति दर्शाने वाले साइन बोर्ड लगाए जा रहे हैं, जिनके आसपास कोई पर्यटन स्थल है। यह कार्य जिले के विशेषज्ञों की टीम द्वारा किया जा रहा है।