हरिदेव जोशी कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एनके जैन ने बताया कि वंदना नियमित स्टूडेंट थी और करीब 90 प्रतिशत उसकी उपस्थिति दर्ज है। कॉलेज में गणित व रसायन विज्ञान की नियमित कक्षाएं लगीं हैं। पर, भौतिक विज्ञान में एक भी व्याख्याता नहीं है। इस कारण दिक्कतें रहीं। कॉलेज में विज्ञान गणित वर्ग में 13 छात्राओं ने प्रवेश लिया था इसमें से 7 ने ही परीक्षा आवेदन किए। गत दिनों रसायन विज्ञान की प्रायोगिक परीक्षा में वंदना ने अच्छा प्रदर्शन किया था। इधर, कॉलेज में सोमवार को श्रद्धांजलि सभा में प्राचार्य ने छात्राओं को किसी भी स्थिति में ऐसा कृत्य नहीं करने की शपथ दिलाई।
छात्रावास भी एक परिवार है। छात्राएं अपनीे सहेली को याद आश्रु बहा रही हैं। सभी छात्राओं ने लोक मान्यता के दृष्टिगत पलंग किनारे कर जमीन पर बिस्तर लगाए हैं। छात्राओं का कहना है कि किसी की मृत्यु होने पर परिजन ऐसा ही करते हैं। इसीलिए वह भी 13 दिन ऐसा करेंगी। छात्रावास में मृतका को सामूहिक श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
घटना के बाद कुछ छात्राएं घबरा गईं हैं। अभिभावकों ने मोबाइल पर कॉल कर छात्राओं के डरने की जानकारी दी और दो चार दिन छुट्टी देने को कहा। इस पर अधिकारियों के निर्देश के बाद अवकाश स्वीकृत किए गए हैं।
ऋतम्भरा निनामा, वार्डन कन्या आश्रम छात्रावास