वागड़ का ही होने से डूंगरपुर में पदस्थापन मिलना मेरे लिए गौरव की बात है। लेकिन, इसके साथ ही मेरे लिए यह चेलेंज भी है कि यहां के लोगों को समझ कर अधिक से अधिक उनके कार्य किए जाए। सरकार एवं आमजन के मध्य मजबूत कड़ी बन आहत को राहत दी जाए। यह बात डूंगरपुर के नए जिला कलक्टर आलोक रंजन ने पत्रिका से विशेष बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि सरकार की कई योजनाएं हैं। उन योजनाओं से अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित किया जाएगा। सरकार की प्राथमिकताएं ही उनकी प्राथमिकताएं रहेगी तथा जल्द ही वे डूंगरपुर में ज्वाइनिंग देंगे।
कलक्टर आलोक रंजन 26 दिसम्बर 1985 को हुआ है। माही और नूतन स्कूल में अध्ययन के बाद वह कोटा गए। वहां उन्होंने इंजीनियरिंग की। दो वर्ष तक सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की सेवाएं देने के साथ ही उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा की तैयारी की और तीसरे प्रयास में सफलता अर्जित की। उनके पिता का नाम रमेश बृजवासी एवं मां का नाम विमलेश है।
डूंगरपुर है सिरमौर
रंजन ने कहा कि डूंगरपुर हर क्षेत्र में अव्वल है। सरकारी योजनाओं की क्रियान्विति के साथ ही स्वच्छता में डूंगरपुर पूरे देश में अपनी अलग छाप छोड़ रहा है। आई लव डूंगरपुर।