पुलिस के अनुसार शनिवार को राष्ट्रीय मार्ग 75 के किनारे एक संपूर्ण जली हई कार मिली थी और अंदर चालक का शव भी था। कार और शव पूरी तरहे से जल गए थे। पुलिस के लिए यह मामला चुनौतीपूर्ण था। हासन जिले के पुलिस अधीक्षक श्रीनिवास गौड़ा ने हत्या की गुत्थी सुलझाने एक विशेष दल बनाया। इस दल ने कार के इंजिन और चैसी नंबर की मदद से कार के मालिक दिनेश (32) की पहचान कर ली।
पुलिस के अनुसार लक्ष्मीपुर गांव निवासी दिनेश बेंगलूरु में कैब चालक था। उसने सात साल पहले अभिलाषा (26) से विवाह किया था। दंपती का एक पुत्र और पुत्री है। फिर भी दिनेश ने दूसरा विवाह कर लिया और दूसरी पत्नी को हासन में रखा हुआ था। दिनेश हमेशा घर से बाहर रहता था। दिनेश के बरताव और बदलते तेवर पर अभिलाषा को सन्देह हुआ और उसने पति की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी। उसने सच्चाई का पता लगा लिया।
नाराज अभिलाषा ने पिता मंजुनाथ और भाई बसवराज के साथ मिल कर दिनेश की हत्या की योजना बनाई। शुक्रवार को तीनों ने दिनेश को शराब पिलाई और नशे में उसका गला घोंट कर हत्या करने के बाद उसके शव को उसी की कार में लाकर राष्ट्रीय राजमार्ग के पास कार पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगादी। पुलिस ने अभिलाषा , मंजुनाथ और बसवराज को गिरफ्तार किया।