बेंगलूरु. राजाजीनगर स्थित इस्कॉन मंदिर में कृष्ण जन्माष्टमी सरकारी गाइडलाइन का पालन करते हुए श्रद्धा, भक्ति और उल्लास के साथ मनाई गई। भगवान राधा कृष्णचन्द्र की मूर्तियों का सोने एवं रत्न जडि़त आभूषणों से शृंगार किया गया। राधाकृष्ण और कृष्ण बलराम के मंदिरों को सजाया गया था। इन दोनों दिनों में राधाकृष्णचंद्र को सुबह 4:30 बजे महामंगलरामती की गई। राधाकृष्णचंद्र उत्सवम, तपोत्सव और कृष्ण को स्वादिष्ट 108 व्यंजन का भोग लगाया गया। मंदिर को तरह-तरह के फूलों की मालाओं से सजाया गया था। इस्कॉन बेंगलूरु के यूट्यूब चैनल और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर लाखों भक्तों ने इस आयोजन का आनन्द लिया।
रविवार व सोमवार को सुबह ६ बजे नौका विहार से कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के कार्यक्रमों की शुरुआत हुई। राधा कृष्ण को नौका में बैठाकर पास ही कुंड में नौका विहार कराया गया। इसके बाद चार अभिषेक हुए। प्रथम अभिषेक फलों के रस से, दूसरा अभिषेक पुष्प अभिषेक, औषध स्नान व चौथा अभिषेक पंचगव्य व पंचामृत से किया गया। शाम को भगवान के विग्रह को झूलन के पश्चात शयन आरती हुई। दोनों दिन शाम को दही हांडी उत्सव हुआ। मंगलवार को इस्कॉन के संस्थापक प्रभुपाद का १२१ वां जन्मदिन है। इस दिन प्रभुपाद का अभिषेक व आरती होगी तथा छप्पनभोग चढ़ाया जाएगा।