इससे पूर्व प्रात: दस बजे से ही भजन-कीर्तन प्रारंभ हुआ। चिमनाराम पंवार ने आई माता एवं दीवान रोहित दास के जीवन से जुड़ा प्रसंग सुनाया। सीरवी महासभा के अध्यक्ष वीरमराम सोलंकी ने समाज की एकता पर बल देते हुए कहा कि समय समय पर धर्मसभा एवं धार्मिक कार्यक्रम समाज में होते रहने चाहिए ताकि नई पीढ़ी के युवाओं को आगे आने का अवसर मिल सके।
आईपंथ के धर्मगुरु दीवान माधवसिंह ने कहा कि समाज में एक साथ मिलकर काम करने और सबको साथ लेकर चलने की भावना हो तो समाजहित से जुड़ा कोई भी कार्य आसानी से किया जा सकता है। सेवा संघ के अध्यक्ष नारायणलाल परिहार ने स्वागत किया। महिला मंडल की महिलाओं ने संगीतमय सांस्कृतिक कार्यकर्म की प्रस्तुति दी। मेहमानों का सीरवी सेवा संघ, लिंगराजपुरम की ओर से स्वागत किया गया। संचालन प्रेम किशोर बर्फा ने किया।
इनकी रही उपस्थिति इस मौके पर अध्यक्ष नारायणलाल परिहार, उपाध्यक्ष अन्नाराम परिहार, धर्माराम काग, सचिव किशनलाल चोयल, सह सचिव जुगराज चोयल, कोषाध्यक्ष मांगीलाल राठौड़, चोलाराम चोयल, प्रभुराम काग, अमरचंद सानपुरा, हनुमान राम राठौड़ सहित लिंगराजपुरम वडेर की समस्त कार्यकारिणी, बलेपेट बडेर के अध्यक्ष हरीराम गहलोत, सचिव अमराराम चोयल, हेब्बाल बडेर के अध्यक्ष पूनाराम बर्फा, होसूर वडेर के अध्यक्ष बाबूलाल बेरखी, तुलसाराम चंवाडिया, होसकोटे बडेर के अध्यक्ष कानाराम, अड़कमारनहल्ली वडेर के अध्यक्ष नेमाराम सेंणचा, येलहंका बडेर के अध्यक्ष मोहनलाल सेंणचा, के. आर. पुरम बडेर के अध्यक्ष नेतीराम काग, सचिव मोहनलाल मुलेवा, होसा रोड बडेर के अध्यक्ष तुलसाराम लखावत, ढाणी रिसोर्ट के सुरेश सीरवी सहित समाज के अनेक बडेरों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।