घटना का एक यात्री द्वारा रेकॉर्ड किया गया। Video देखने के लिए नीचे की ओर स्क्रॉल करें। (क्रेडिट :सोशल मीडिया) बीएमआरसीएल के एमडी एम. महेश्वर राव ने बर्खास्तगी का आदेश जारी करते हुए जांच का आश्वासन भी दिया. वहीं, बीएमआरसीएल ने सोशल मीडिया पर कहा, ”नम्मा मेट्रो एक सार्वजनिक परिवहन है। राजाजीनगर स्टेशन पर हुई घटना की जांच की जा रही है। सिक्योरिटी सुपरवाइजर को बर्खास्त कर दिया है। बीएमआरसीएल को मुसाफिर को हुई असुविधा के लिए खेद है।
क्या है पूरा मामला टिकट खरीदने के बाद भी किसान को ट्रेन में चढ़ने की इजाजत नहीं मिलने पर एक यात्री कार्तिक सी. ऐरानी ने अधिकारियों से सवाल किया था। उन्होंने इसको लेकर सिक्योरिटी सुपरवाइजर से जमकर बहस की लेकिन सिक्योरिटी ने जवाब में कहा कि अगर किसान को भीतर जाने दिया, तो दूसरे मुसाफिर परेशान होंगे। लेकिन ऐरानी ने यात्री का पक्ष लेते हुए पूछा कि बताएं ऐसा किस नियम में लिखा है। क्या मेट्रो केवल वीआइपी लोगों के लिए है।
इस घटना का वीडिया सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लोगों ने इस पर कड़ी प्रतिक्रियाएं दीं। एक सोशल मीडिया यूजर दीपक एन ने कहा, अविश्वसनीय..क्या मेट्रो सिर्फ वीआइपी लोगों के लिए है? क्या मेट्रो का उपयोग करने के लिए कोई ड्रेस कोड है? मैं कार्तिक सी ऐरानी की सराहना करता हूं, जिन्होंने राजाजीनगर मेट्रो स्टेशन पर एक किसान के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी। हमें हर जगह ऐसे नायकों की जरूरत है। बीएमआरसीएल अपने अधिकारियों को ठीक से ट्रेनिंग दे।
लोगों ने की कार्रवाई की मांग कई संदेशों में बीएमआरसीएल से एक किसान का अपमान करने वाले कर्मचारी के खिलाफ फौरन कार्रवाई करने की मांग की गई। सामाजिक कार्यकर्ता बृंदा अदिगे ने कहा, नम्मा मेट्रो के कर्मचारियों को नागरिक को परेशान करने, उनके साथ भेदभाव करने के लिए दंडित किया जाएगा। कर्मचारियों को शिक्षित करें। जनता का पैसा मेट्रो में है। उनका वेतन नागरिकों के जरिए भुगतान किया जाता है।