प्रधानमंत्री के निर्देश पर छह माह में अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी है। ट्रैफिक सिग्नलों में मैगनेटिक सेंसर लगाए जाएंगे (Magnetic sensors will be installed in traffic signals)। शहर के 214 सिग्नलों में एटीएससी लगाने की कार्ययोजना बनाई गई है। कुछ सिग्नलों में एटीएससी को लगाने का कार्य आरंभ हुआ है। वाहनों का जाम अधिक होने पर सिग्नल अपने आप वाहनों के लिए हरी बत्ती का समय बढ़ा देंगे (Signals will automatically increase the green light time for vehicles in case of heavy traffic jams.)। वाहनों का जाम कम होने पर स्वचालित प्रणाली से समय कम कर लेगा। यातायात समस्या के निवारण के लिए पालिका, यातायात पुलिस, बेस्कॉम समेत सभी विभाग के अधिकारियों को रात की गश्त में ड्यूटी लगाई है। ताकि वह यातायात समस्या के निवारण के लिए अपने सुझाव दे सकें।
बताया जाता है कि शहर में गत एक साल में 3,98,701 वाहनों का पंजीकरण (Registration of 3,98,701 vehicles in the city in the last one year)हुआ है। शहर में 1 करोड 4 लाख, 9 हजार 289 वाहन है(There are 1 crore 4 lakh, 9 thousand 289 vehicles in the city.) । शहर में दुपहिया वाहनों की संख्या 69,31,839 और चार पहियों के वाहनों की संख्या 21 लाख, 97,158 कार और अन्य वाहन हैं। शहर में हर साल 3.80 से 4 फीसदी वाहनों की संख्या अधिक होने लगी है।