बीएमआरसीएल की किराया निर्धारण समिति ने 3 से 28 अक्टूबर (25 दिन) तक किराया संशोधन के प्रस्ताव के संबंध में जनता से प्रतिक्रिया एकत्र की। समझा जाता है कि अधिकांश यात्रियों ने संभावित किराया बढ़ोतरी पर अपना कड़ा विरोध जताया है।
अभी नम्मा मेट्रो का किराया 10 से 60 रुपए तक है। नए रेट लागू होने के बाद किराए में 20 फीसदी का इजाफा हो सकता है। इससे न्यूनतम किराया 10 से बढ़कर 15 रुपए और अधिकतम किराया 60 से बढ़कर 75 रुपए हो जाएगा।
इससे पहले अगस्त में किराया मूल्य संशोधन पर फीडबैक लिया गया था। उसमें भी जनता का कड़ा विरोध देखने को मिला था। लगातार दो बार जनता का नकारात्मक फीडबैक मिलने के बावजूद बीएमआरसीएल किराए बढ़ाने की तैयारी में है।
बीएमआरसीएल किराए में बढ़ोतरी का मुख्य कारण मेट्रो नेटवर्क की बढ़ती परिचालन और रखरखाव लागत को बता रहा है। एक अधिकारी के अनुसार परिचालन को टिकाऊ बनाए रखने के लिए किराये की कीमतों में बढ़ोतरी जरूरी है क्योंकि अधिक से अधिक लोग मेट्रो पर निर्भर हैं।
जानकारों का मानना है कि बीएमआरसीएल अपने प्रबंधन में कसावट लाकर बहुत से खर्च में कमी ला सकता है लेकिन उसने दूसरा रास्ता चुना है। यदि बीएमआरसीएल के किराए में बढ़ोतरी के फैसले को मंजूरी मिलती है, तो इसका सीधा असर यात्रियों पर ही पड़ेगा, जो सस्ती यात्रा के लिए मेट्रो की सवारी करते हैं।