आचार्य नजरबाद स्थित आदिश्वर वाटिका में श्रद्धालुओं की विशाल धर्मसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समय किसी की प्रतीक्षा नहीं करता। जागृत आत्माएं समय का सदुपयोग कर लेती हैं। जो प्रमाद या आलस्य में जीती हैं, वे अच्छी संभावनाओं को समाप्त कर देती हैं। प्रस्तावित वर्षावास आपके लिए ज्ञानार्जन और साधना का स्वर्णिम उपहार है। यह मात्र धार्मिक क्रियाओं का आयोजन नहीं, सम्पूर्ण जीवन विज्ञान है। समय बताएगा कि वर्षावास को आपने अपने लिए हीरा बनाया या कंकर। इससे पूर्व आचार्य विमलसागर सूरीश्वर और गणि पद्मविमलसागर अपने शिष्यों के साथ जे.एस.एस. डेंटल कॉलेज से विहार कर वाटिका पहुंचे। श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत- अभिवादन किया। बड़ी संख्या में भक्तगण आचार्य के साथ पदयात्रा में सम्मिलित हुए। कल्याण मित्र वर्षावास समिति के कांतिलाल चौहान ने बताया कि वर्षावास को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं।