हाथों में माता की मेहंदी, मंगल गीतों का गान दोपहर में आयोजित बड़ी सांझी कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। पारंपरिक वेशभूषा में सज धजकर पहुंची महिलाओं ने हाथों में माता के नाम की मेहंदी लगाई एवं माता की भक्ति में मंगल गीतों का गान किया। महिलाओं के लिए ट्रस्ट की ओर से मेहंदी के कोन प्रदान किए गए एवं मेहंदी कोरणी की व्यवस्था की गई। संगीत की मधुर ध्वनियों के साथ गरबा व डांडियां रास पर श्रद्धालु थिरकते नजर आए।
गायिका खुशबू ने बिखेरी भक्ति की महक रात्रि में रातिजोगा के रूप में विशेष भक्ति का आयोजन किया गया। भक्ति में जोधपुर से आई गायिका खुशबू कुम्भट ने भजनों की प्रस्तुति दी। भजन संध्या का शुभारंभ गणपति वंदना से हुआ। इसके बाद कुम्भट के प्रस्तुत शरणे आयो री माता लाज राखजो…., माताजी रे मंदिर में बांधो रे हिडोंलों…., आशापुरा म्हारा माताजी नाडोल नगर बिराजें…..आदि भजनों पर देर रात तक श्रद्धालु झूम उठे। कुम्भट के प्रस्तुत भजन नाडोल नगर सू रमता पधारो माताजी एवं भक्त जोवे थारी बाट दर्शन देवों रे भैरु बावजी.. के दौरान भक्तों ने भाव नृत्य किए। पूरा परिसर माता के जयकारों से गूंज उठा। इस दौरान पूरे तीर्थ परिसर का दीप अलंकार किया गया। इस अवसर ट्रस्ट अध्यक्ष चेतनराज भंडारी, उपाध्यक्ष अनिलकुमार भंडारी, अशोक भंडारी, सचिव महेंद्र कुमार भंडारी, सह सचिव अशोक भंडारी, कैलाश कुमार भंडारी, कोषाध्यक्ष निर्मल कुमार भंडारी सहित अनेक गणमान्य मौजूद रहे।