अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. बी.पी. सिंह ने बताया कि ड्यूटी में लगे सभी अधिकारी और कर्मचारियों की मेहनत से बलरामपुर जिला प्रदेश की सूची में सबसे उच्च स्थान पर है। इसी तरह हमें आगे भी मेहनत करनी है जिससे भविष्य में भी हम प्रथम स्थान पर कायम रह सकें। उन्होने कहा कि जिले में लग रहे कोरोना वैक्सीन को लेकर मन में कोई भ्रम ना पालें। देश के वैज्ञानिकों द्वारा बनाई गई ये वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है। ये वैक्सीन एकदम सामान्य वैक्सीन की तरह ही है। टीकाकरण के बाद आपकों कुछ भी महसूस नहीं होता है। आधे घंटे के बाद आप अपने रोजमर्रा के कार्यो को कर सकते है। टीकाकरण के बाद धीरे धीरे आपके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होने लगता है जिसे आप स्वयं भी महसूस कर सकते हैं।
जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. के.एम. पाण्डेय ने बताया कि 22 जनवरी को हुए टीकाकरण में विभाग के सीडीपीओ, मुख्य सेविकाओं, आंगनवाड़ी कार्यकत्री, सहायिका, कनिष्ठ सहायक, वाहन चालक और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी सहित 262 स्टाफ ने भी कोवीशील्ड का टीका लगवाया है। श्रीदत्तगंज में सबसे ज्यादा 118, गैसड़ी में 75, बलरामपुर देहात में 54 और तुलसीपुर में 15 कर्मियों ने टीकाकरण करवाया है। उन्होने बताया कि जिले में सबसे पहले विभाग में बाल विकास परियोजना गैसड़ी कार्यालय के पूरे स्टाफ ने कोवीशील्ड वैक्सीन का टीका लगवाया जिससे जिले को टीकाकरण मामले में प्रथम स्थान प्राप्त करने में सफलता हासिल हुई।
कोरोना का टीका लगवा चुकीं सीडीपीओ गैसड़ी गरिमा श्रीवास्तव ने बताया कि केन्द्र पर सबसे पहले उन्होने कोरोना का टीका लगवाया जिसके बाद कार्यालय के 03 स्टाफ, 07 मुख्यसेविका, 28 सहायिका और 36 आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने कोरोना का टीका लगवाया। सबसे बड़ी बात ये है कि कोरोना का टीका लगवाने के 30 मिनट बाद से ही सभी अपने ड्यूटी में लग गये। 24 घंटे बाद तक भी अभी तक किसी को कोई परेशानी महसूस नहीं हुई। सीडीपीओ ने सभी से अपील की कि कोरोना से डरने की नहीं अब लड़ने की जरूरत है इसीलिए सभी आगे आकर टीकाकरण करवाएं और देश से कोरोना को भगाने में महत्वपूर्ण सहयोग करें।