बलरामपुर जिले के सामरी थाना अंतर्गत ग्राम जमीरापाट निवासी मरियानुस बड़ा पिता लेरंगुस बड़ा (57) खेती-किसानी करता था। धान की कटाई करने के बाद उसने घर से कुछ दूरी पर बनाए गए खलिहान में धान रखा था। आधे धान की वह मिसाई कर चुका था। रविवार की रात कड़ाके की ठंड के बीच खलिहान में रखे धान की रखवाली करने अपनी पत्नी विजय बड़ा 55 वर्ष के साथ गया था।
रायपुर ले जाते तोड़ा दम
बेटे व पड़ोसियों ने गंभीर रूप से झुलसे मरियानुस को कुसमी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां से डॉक्टरों ने उसे मेडिकल कॉलेज अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए रायपुर रेफर कर दिया। यहां से रायपुर ले जाते रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।
पत्नी को बचाने गया लेकिन गिर गया मचान पर रखा पुआल
आशंका जताई जा रही है कि रात में अलाव तापने के बाद बिना बुझाए ही दंपती सो गए होंगे। इसी बीच हवा से चिंगारी खलिहान में रखे पुआल में पहुंच गई होगी और आग लग गई होगी। बताया जा रहा है कि मरियानुस झुलसे अवस्था में पत्नी को बचाने गया था लेकिन मचान पर रखा पुआल का ढेर पत्नी के ऊपर गिर गया और वह दब गई। ऐसे में उसे बचाया नहीं जा सका और जलकर उसकी मौत (Death to burnt) हो गई।