गौरतलब है कि खेजुरी थाना क्षेत्र के करम्मर गांव निवासी राजेश कुमार सिंह पुत्र स्वर्गीय रामविलास सिंह ने पुलिस को दिए तहरीर में लिखा है कि 22 दिसम्बर को अपरान्ह 2 बजे तहसील में धान बिक्री के लिए अपने खतौनी के सत्यापन के लिए हल्का लेखपाल के पास गया था। वहां बताया गया कि लेखपाल राजेश राम के पास जाओ, वही उस हल्के का सत्यापन करेंगे। किसान का आरोप है कि वह अपनी खतौनी के साथ अन्य दो किसानों की खतौनी संयुक्त सत्यापन के लिए दिया तो लेखपाल ने खतौनी पकड़कर कहा कि पूरी दुनिया की खतौनी सत्यापन का तुमने ही ठेका लिया है क्या ? और कागजात फेंक दिए। मैं अपने कागजात उठाते हुए लेखपाल से अभद्रता करने से मना किया तो वह गुस्से में अपने दो सहयोगियों नथुनी यादव व परशुराम यादव के साथ मुझ पर टूट पड़े और मारने लगे। इस सम्बन्ध में कोतवाल स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच कर कार्यवाही की जायेगी।
किसान पर भी दर्ज है एफआईआर बांसडीह तहसील परिसर में शुक्रवार को धान बिक्री के लिये खतौनी सत्यापन कराने पहुंचे युवा किसान और राजस्व निरीक्षक के साथ मारपीट हो गई। पुलिस ने लेखपाल की तहरीर पर आरोपित के खिलाफ सरकारी कर्मचारी से मारपीट व एससी/एसटी एक्ट का मुकदमा पंजीकृत किया था।
आक्रोशित लेखपाल द्वारा किसान की जमकर पिटाई
इसके बाद बातों में तल्खी बढ़ती गयी और कुछ देर बाद दोनों व्यक्ति अपशब्दों के साथ भिड़ गये। लेखपाल के साथ तहसील परिसर में इस तरह की घटना के बाद वहां आस पास मौजूद लेखपाल आक्रोशित हो गए और सब मिलकर युवक की पिटाई करने लगे। लेखपालों के बीच चौतरफा घिरा युवक मार खाता रहा। इस घटना को लेकर तहसील में हंगामा मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस युवक को लेखपालों के चंगुल से छुड़ाकर थाने लाई। इसके बाद बड़ी संख्या में लेखपाल थाने पंहुच गये और मामले में कार्रवाई की मांग करने लगे।