नक्सल उन्मूलन में लगे सीआरपीएफ और हॉकफोर्स के जवान अलग-अलग क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। संभावना व्यक्त की जा रही है कि मुठभेड़ में अन्य नक्सली घायल हुए है। इन्हीं घायल नक्सलियों की तलाश की जा रही है। जानकारी के अनुसार हॉकफोर्स के जवानों को सूचना मिली थी कि 8 जुलाई को हट्टा थाना क्षेत्र के कोठियाटोला के जंगल में कुछ नक्सली सिविल कपड़ों में रसद सामग्री लेने के लिए गांव आने वाले है। जिसके चलते हॉक फोर्स स्पेशल ऑपरेशन ग्रूप ने जंगल में सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान 10-12 संदिग्ध नजर आए। संदिग्धों को रोकने के लिए आवाज लगाई गई। लेकिन संदिग्धों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। जवाब में हॉकफोर्स के जवानों ने भी फायरिंग की। घटना में कान्हा भोरमदेव डिवीजन का एरिया कमेटी सदस्य 14 लाख रुपए का इनामी हार्डकोर नक्सली सोहन उर्फ उकास उर्फ आयतु मारा गया। मृत नक्सली सोहन वर्ष 2013 में भर्ती हुआ था। वह आइईडी एक्सपर्ट था। मौजूदा समय में केबी डिवीजन में सक्रिय था। मुठभेड़ में और भी नक्सलियों के घायल होने की संभावना जताई जा रही है। जिसके चलते सीआरपीएफ और हॉकफोर्स के जवानों ने जंगल में सघन सर्च अभियान शुरु किया है।
इन नक्सलियों के खिलाफ दर्ज हुआ अपराध
हट्टा थाना पुलिस ने प्रभारी हॉक फोर्स एसओजी-2 कैंप उकवा रामपदम शर्मा की सूचना पर दो दर्जन से अधिक नक्सलियों के खिलाफ धारा 191 (2), 191 (3), 190, 109 बीएनएस, 25, 27 आम्र्स एक्ट 1959, 13 (क), 13 (1)(ख), 16, 20 विधि विरुद्ध क्रिया कलाप (निवारण) अधिनियम 1967 के तहत अपराध दर्ज किया है। सूचना के आधार पर पुलिस ने एमएमसी जोन के कान्हा-भोरमदेव डिवीजन व जीआरबी डिवीजन के एसजेडसीएम कबीर उर्फ सुरेंद्र, डीवीसीएम राकेश ओडी, डीवीसीएम प्रशांत, डीवीसीएम विकास नगपुरे, डीवीसीएम दीपक उर्फ सुधाकर, डीवीसीएम देवचंद्र उर्फ नरेश, प्रेम उर्फ प्रवीण, रीता उर्फ तुब्बी, संतु, रामसिंह, संगीता उर्फ हिडमे, सविता, चांदन, रनिता, रानो उर्फ रम्मी, संगीता उर्फ कविता, जानकी, रोशन, सुभाष, रोहित उर्फ मंगलू, उकास, सिंधु, सिंगा, कुमारी उर्फ रामबाई, सोनी, जरीना, प्रमिला, ममता सहित अन्य सक्रिय नक्सली शामिल है।
सीमावर्ती क्षेत्रों में जारी है ज्वाईंट ऑपरेशन
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में ज्वाईंट ऑपरेशन चलाया जा रहा है। तीनों ही राज्यों में नक्सल उन्मूलन में लगे जवान आपसी समन्वय स्थापित कर ऑपरेशन को अंजाम दे रहे हैं। खासतौर पर जंगल के रास्तों पर विशेष निगाहें रखी जा रही है। ताकि नक्सली घने जंगलों का फायदा उठाकर फरार न हो जाए। उल्लेखनीय है कि बालाघाट जिले में छत्तीसगढ़ राज्य के राजनांदगांव, कवर्धा कबीर धाम और महाराष्ट्र राज्य की गोंदिया जिले की सीमा लगी हुई है। ये तीनों राज्य जंगल के रास्ते आपस में जुड़े हुए है। जिसके चलते घने जंगलों का फायदा उठाकर नक्सली एक राज्य से दूसरे राज्य में प्रवेश कर जाते हैं।
इनका कहना है
नक्सलियों के मंसूबों को नाकाम करने के लिए पुलिस तत्पर है। जंगलों में सघन सर्च अभियान जारी है। सीआरपीएफ, हॉकफोर्स के जवान सर्च अभियान में लगे हुए है। सीमावर्ती क्षेत्रों में ज्वाईंट ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सभी जवानों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
-समीर सौरभ, एसपी, बालाघाट