जानकारी के अनुसार जिले में बीते दिनों भारी बारिश और भीमगढ़ बांध से पानी छोड़े जाने के कारण वैनगंगा नदी ऊफान पर थी। अनेक गांवों में वैनगंगा नदी का पानी घुस गया था। बाढ़ त्रासदी से काफी नुकसान हुआ है। बाढ़ का असर फिल्टर प्लांट पर भी पड़ा है। फिल्टर प्लांट में नदी का पानी घुसने से उपकरण खराब हो गए हैं। जिसके कारण न तो पानी को फिल्टर कर पा रहे हैं और न ही ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति। यह समस्या करीब एक पखवाड़े तक बनी रहने की संभावना है। दरअसल, जब तक फिल्टर प्लांट के उपकरणों की मरम्मत नहीं हो पाती तब तक शुद्ध पेयजल की आपूर्ति किया जाना संभव नहीं है।
देवसर्रा फिल्टर प्लांट से 35 गांवों में होती है जलापूर्ति
चांगोटोला क्षेत्र के समीप देवसर्रा में फिल्टर प्लांट लगाया गया है। इस फिल्टर प्लांट से 35 गांवों में नल के माध्यम से शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाती है। इन 35 गांवों में 13 हजार से अधिक नल कनेक्शनधारी है। फिलहाल फिल्टर प्लांट के खराब होने से इन गांवों में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति नहीं हो रही है।
ये गांव हो रहे प्रभावित
देवसर्रा फिल्टर प्लांट से घंघरिया, गुडरु, सकरी, देवसर्रा, चांगोटोला, नगरवाड़ा, बटुआ, बसेगांव, प्रतापपुर, बडग़ांव, पचपेढ़ी, पादरीगंज सहित अन्य गांवों में जलापूर्ति की जाती है। इन गांवों की लाखों की आबादी बाढ़ त्रासदी के कारण पानी के लिए प्रभावित हुई है। मौजूदा समय में इन गांवों के ग्रामीण हैंडपंप, सार्वजनिक कुओं से पेयजल की आपूर्ति कर रहे हैं।
भटेरा फिल्टर प्लांट से 18 गांवों को होती है जलापूर्ति
ग्राम पंचायत भटेरा में वैनगंगा नदी के किनारे बनाए गए फिल्टर प्लांट से 18 गांवों के ग्रामीणों को जलापूर्ति की जाती है। लेकिन इस फिल्टर प्लांट में भी वैनगंगा नदी का पानी भर गया। जिसके कारण फिल्टर प्लांट के उपकरण खराब हो गए हैं। इसी वजह से पानी की आपूर्ति नहीं की जा रही है।
इन गांवों में जलापूर्ति हुई ठप
भटेरा फिल्टर प्लांट से 18 गांवों में 6 हजार 122 कनेक्शन धारी है। इन गांवों की 54 हजार से अधिक की आबादी प्रभावित हो रही है। इस फिल्टर प्लांट से भटेरा, खैरी, कुम्हारी, धापेवाड़ा, जरेरा, आगरवाड़ा, जागपुर, मंजारा, पाथरवाड़ा, कोलवा, टवेझरी, बघोली, बोदा, अमेड़ा, भरवेली, हीरापुर और आंवलाझरी में पानी की सप्लाई की जाती थी। जो फिलहाल फिल्टर प्लांट के खराब होने के कारण नहीं की जा रही है।