ग्रामीण रामप्रसाद तुरकर, गौयर चौधरी और जियालाल सोनवाने ने बताया कि उनके गांव में कई वर्षों पूर्व आरईएस विभाग के माध्यम से एक सडक़ का निर्माण कराया गया, जो पूर्ण रूप से जर्जर होकर चलने लायक नहीं बची है। इस सडक़ को बनाने पिछले चार साल से सरकारी कार्यालय और पंचायत के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन सडक़ बनाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सडक़ निर्माण ना होने से करीब 10 से 15 गांव के लोग काफी परेशान है। मलाजखंड पास में रहने के बाद भी ग्रामवासियों को 10 से 15 किमी घूम कर जाना पड़ता है।
स्थानीय ग्रामीण उमाशंकर बिसेन ने बताया कि सडक़ न होने से लोगों को काफी परेशानियां हो रही हैं। सडक़ की मांग को लेकर उन्होंने नेता, राजनेता, कलेक्टर, पीडब्ल्यूडी, आरएस विभाग सहित अन्य अधिकारियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं। लेकिन आज तक सडक़ निर्माण नहीं कराया गया है। आज आखरी बार ज्ञापन सौंपा गया है। 15 दिनों के भीतर सडक़ का निर्माण शुरू नहीं किया तो समस्त ग्रामवासी कलेक्टर कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेंगे वही मांग पूरी न होने तक अनशन किया जाएगा।
सडक़ की मांग करने वालों में टिंगीपुरी के ग्रामीण उमाशंकर बिसेन, नितिन गौतम, कलादेवी पंचतिलक, भैया लाल पंचतिलक, सावन लाल मानेश्वर, दोहाराम तुरकर, दुलीचंद सोनवाने, अशोक खैरवार, हेमंत गौतम, मन्नूलाल राऊत सहित अन्य ग्रामीण प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।