जानकारी के अनुसार, रमाला थाना क्षेत्र के एक गांव निवासी युवती की शादी 14 जनवरी 2017 को अमित उर्फ बिट्टू पुत्र सतेन्द्र निवासी पंजाबी बाग हकीकतनगर सहारनपुर के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद तक तो वह ठीक रही, लेकिन बाद में ससुरालियों ने उस पर अतिरिक्त दहेज का लाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। स्विफ्ट कार की मांग को लेकर आरोपी उसके साथ मारपीट करने लगे। शादी के 14 महीने बाद पीड़िता ने बेटी को जन्म दिया, जिसके बाद उनकी दहेज की मांग और अधिक बढ़ गई। परिजनों ने किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेकर आरोपियों को तीन लाख रुपये भी दिए, लेकिन उनकी मांगें कम नहीं हुई। पीड़िता का आरोप है कि पति शराब पीकर अश्लील वीडियो दिखाता और जबरन अप्राकृतिक संबंध बनाता था। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। वह दोबारा से गर्भवती हुई तो 3 सितंबर को आरोपी ससुरालियों ने उसका अल्ट्रासाउंड कराया और गर्भ में लड़की होने का पता चलने पर उसका गर्भपात करा दिया, जिसके बाद पति उसे चलती ट्रेन से धक्का देकर भाग निकला।
पीड़िता ने बताया कि 11 अक्तूबर को पति का फोन आया था। उसने कहा कि तुम्हारे खिलाफ हमने रिपोर्ट दर्ज कराई है। वह तारीख पर गए तो आरोपी पति उसे अपने घर ले गया। जहां उसके पिता के साथ मारपीट की गई। इस घटना की शिकायत सहारनपुर पुलिस से भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में आरोपियों ने उसे भी अपने घर से निकाल दिया। इस मामले में उसने महिला थाने में तहरीर देकर आरोपी पति अमित, ससुर सतेन्द्र, देवर सुमित, सास बाला, दो ननद व एक नंदोई के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की धारा 498 ए, 323 मारपीट, 313 गर्भपात और दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई है। महिला थाना प्रभारी नेहा चौहान का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपी पुलिस की गिरफ्त में होंगे।