पुलिस ने 4 दिनों तक शौर्य की तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। पुलिस को बच्चे के चाचा की हरकतों पर कुछ शक हुआ। शक के आधार पर पुलिस ने सोहनबीर के चचेरे भाई विनीत और गांव के ही अक्षित और डैनी उर्फ नीरज पंडित को सोमवार शाम को हिरासत में लिया। हिरासत में लेकर पुलिस ने इनसे पूछताछ शुरू की तो केस खुल गया।
SP नीरज कुमार जादौन ने बताया कि जब इन तीनों से सख्ती से पूछताछ की गई तो इन्होंने बच्चे की हत्या करने की बात कबूल कर ली। आरोपी ने बताया कि उन लोगों ने शौर्य को गांव से करीब एक किमी दूर खेत में दफनाया है। इसके बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
एसपी के अनुसार विनीत और उसके साथियों ने ये हत्या पैसों के लिए की थी। शौर्य के दादा जगवीर कुछ समय पहले ही MTNL से रिटायर हुए थे। उनको रिटायर होने पर 30 लाख रुपए से ज्यादा मिले थे। इस बात की जानकारी विनीत को थी। इसलिए उसने अक्षित और डैनी के साथ मिलकर योजना बनाई।