जब पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया तो इनकी कहानी सुनकर खुद पुलिस भी हैरान रह गई। पकड़े गए सातों आरोपियों ने बताया कि कोरोना काल में एक के बाद एक शव कब्रिस्तान में पहुंच रहे हैं, मरने वालों की लाइन लगी हुई है। ऐसे में खूब कपड़े ( कफन ) उन्हें मिल रहे हैं। बताया कि, श्मशान घाट से पहले वह इन कफन को चोरी करते हैं और फिर इन पर प्रेस करके इनके ऊपर ग्वालियर का मार्का लगाते हैं। इसके बाद कफन को कपड़ा बताकर बाजार में बेचते हैं। यह भी बताया कि ग्वालियर मार्का लगा होने की वजह से वह कफन काे कपड़ा बताकर अच्छे दाम वसूल लेते थे।
एक स्थानीय व्यक्ति की शिकायत पर बड़ाैत पुलिस ( baraut police ) सक्रिय हुई और इस गैंग को गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से सैकड़ों कफन भी पुलिस ने बरामद किए हैं। यह घटना बागपत ही नहीं पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है और लोग यही कह रहे हैं कि वर्तमान समय में जिस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं ऐसा कभी सोचा भी नहीं था। बतादें कि बागपत पुलिस ने ही एक दिन पहले एक कथित पुरोहित समेत दाे लाेंगाें के गिरफ्तार किया था जाे गंगा किनारे घाट पर अंतिम संस्कार के एवज में 15-15 हजार रुपये वसूल रहे थे।
पकड़े गए अभियुक्तों के नाम प्रवीण जैन, आशीष जैन, श्रवण शर्मा, ऋषभ जैन, राजू शर्मा, बबलू व शाहरूख खान हैं। इनके कब्जे से 520 चादर, 127 कुर्ते और 140 शर्ट बरामद हुई हैं। " target="_blank" rel="noopener">वाराणसी डीआरडीओ अस्पताल को मिलेगा 25 एमटी ऑक्सीजन, 40 मीट्रिक टन ऑक्सीजन लेकर पहुंची Oxygen Express