उत्तर प्रदेश में फैला इस जानलेवा बीमारी का प्रकोप, सरकार ने जारी की चेतावनी
दरअसल आज बागपत के बड़ौत में स्थित पार्टी कार्यालय पर चौधरी साहब अपने कार्यकर्ताओं से मीटिंग करने बड़ौत पहुंचे थे। इस दौरान मीडिया को उनके आने की सूचना मिली तो पत्रकार भी वहां पहुंच गये । पहले तो चौधरी साहब ने अपने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए टिप्पणी की ओर कहा कि अब रामराज तो आ गया …. जल्द अच्छे दिन भी आएंगे । इसके बाद जब चौधरी साहब से पत्रकारों ने सवाल पूछे तो वो मीडिया के लोगों के आगे हाथ जोडऩे लगे और बोले आप लोगों से तो दूरी ही अच्छी है । इसके बाद जब पत्रकारों ने उनसे कहा कि चौधरी साहब राजनीति पर न सही आपकी पार्टी किसानों की पार्टी कही जाती है तो किसानों की बात कर लेते है, लेकिन अजीत सिंह मीडिया के सवालों के जवाब देने से बचते हुए नजऱ आये । दरअसल इसकी एक वजह ये भी है कि विधानसभा हो या लोकसभा चुनाव आरएलडी मुखिया अपने गढ़ बागपत में भी अपना किला ध्वस्त होने से न बचा सके। उन्हें मुजफ्फरनगर के साथ ही बागपत से भी हार का मुंह देखना पड़ा। लोकसभा चुनाव में तो रालोद का पूरा ही सूपड़ा साफ हो गया था। इसीलिए शायद इस बार के लिए अपनी खोई हुई जमीन को तलाशने में अजीत सिंह जुट गये है।