दरअसल, कॉमनवेल्थ गेम्स से लेकर एक दर्जन से अधिक अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिताओं में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली मलकपुर गांव की महिला पहलवान अंशु तोमर नन्दनी नगर गोंडा के स्टेडियम में काफी समय से राष्ट्रीय टीम के अन्य पहलवानों के साथ अभ्यास कर रही थीं। यहीं पर अंशु की मुलाकात महराजगंज के राष्ट्रीय पहलवान धर्मेंद्र के साथ हुई। पिछले चार साल से दोनों एक-दूसरे को जानते थे। यहीं से दोनों और इनके परिवारों को जोड़ने का सिलसिला शुरू हुआ।
पांच अप्रैल दोनों के बीच शादी होनी तय हुई, लेकिन कोरोना वायरस के चलते देश मे चल रहे लॉकडाउन ने जैसे धूमधाम के साथ शादी करने का फ़ैसला अभी टालना पड़ा। शादी को सही और निर्धारित तिथि में करने का निर्णय लिया गया। केवल दो बारातियों (अपने भाइयों सुनील व राजू) के साथ धर्मेंद्र मलकपुर गांव में अंशु तोमर को ब्याहने के लिए आ पहुंचे। बेहद सादगी भरे माहौल में परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर दोनों ने अग्नि के फेरे लिए और सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य नियमों का पालन करते हुए एक-दूसरे के गले में वरमाला डाली। इस दौरान अंशु व धर्मेंद्र ने कहा कि लॉकडाउन खत्म होने और सबकुछ ठीक होने के बाद शादी समारोह करेंगे, लेकिन फिलहाल उन्होंने लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखते हुए शादी कर ली है और वे इससे बेहद खुश भी हैं।