सीएमओ डॉक्टर आरके टंडन ने जानकारी देते हुए बताया कि आईसीएमआर ने टीबी की जांच में इस्तेमाल होने वाली मशीन को कोविड-19 के लिए मंजूरी दी है। इसके लिए प्रदेश के सभी जिलों के लैब कर्मचारियों का प्रशिक्षण भी कराया गया है। जिले को भी यह मशीन आवंटित की गई है। यह मशीन बहुउद्देशीय है। कोरोना संक्रमण रहने तक इसका इस्तेमाल कोविड-19 के लिये होगा और इसके बाद इसका प्रयोग टीबी की जांच में किया जा सकेगा। माना जा रहा है कि शुक्रवार तक यह मशीन जिले को मिल जाएगी जिसके बाद यहां पर कोविड-19 की रोजाना 20 से अधिक जांचे हो सकेंगी।
बागपत जनपद के अंदर इस मशीन के आ जाने से कोविड-19 की जांच दूसरे जिले नहीं भेजने पड़ेंगी और रिपोर्ट आने में जो समय लगता था उसकी भी बचत होगी, मशीन से जिले में रोजाना 20 सैंपल की जांच हो सकेगी, इमरजेंसी में भी मशीन बहुत उपयोगी साबित हो सकती है। जानकारी के लिए बता दें कि बागपत जनपद के अंदर रैपिड किट पहले ही रिजेक्ट कर दी गई थी जिसमें केवल 40 जांचें ही हो पाई थी लेकिन रैपिड कीटों में खामियां मिलने के बाद आईसीएमआर नी इन्हें रिजेक्ट कर दिया था।