पीड़ितों के अनुसार गांव में दलितों के करीब 50 परिवार हैं। वह अलग रहते हैं और उन्हें किसी से कोई वास्ता नहीं है। आरोप है कि फिर भी दूसरी जाति के असामाजिक तत्व दलित समाज के लोंगों को निशाना बना रहे हैं और उनकी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उनका आरोप है कि गुरुवार की रात दंबगों ने उनके बिटोड़ों में आग लगा दी। आग लगने का पता चलने पर उन लोगों ने मौके पर जाकर आग बुझाई।
आरोप है कि केवल दलितों के ही बिटौड़ों को निशाना बनाया गया है। अन्य जातियों के बिटौड़ों में आग नहीं लगाई गई। इसके बाद शुक्रवार की रात गली में खड़ी दलित की बुग्गी में आग लगा दी। जिससे बुग्गी जल गई। आग लगने का पता चलने पर लोगों ने पानी डाल कर आग बुझाई। आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर शनिवार को दलित समाज के लोगों ने कोतवाली पर प्रदर्शन किया और कार्रवाई न होने गांव से पलायन की चेतावनी दी। उन्होंने दलित समाज के लोगों ने कोतवाली में अज्ञात में तहरीर दी है। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी का कहना है कि इस प्रकरण में जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी।