आधार प्रमाणीकरण किया गया अनिवार्य
समाज कल्याण विभाग ने राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन में आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य कर दिया है। इसमें मृतक, अपात्र लाभार्थियों का नाम हटाने और एक से अधिक स्थानों से अलग-अलग खाता संख्या लगाकार पेंशन प्राप्त करने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई करनी है। ताकि पात्र लोगों को योजना का लाभ सही ढंग से दिया जा सके।
जिले में चलाया गया विशेष अभियान
समाज कल्याण विभाग आधार प्रमाणीकरण के लिए कार्यक्रम चला रहा है। यह विशेष अभियान क्षेत्रीय अधिकारियों, कर्मचारियों और पंचायत सहायकों के माध्यम से चलाया जा रहा है। अधिकारी कर्मचारी घर-घर जाकर सत्यापन कर रहे हैं। इसमें देखा जा रहा है कि कितने लोगों को मौत हो गई है। कितने फर्जी लोग योजना का लाभ ले रहे हैं।
27424 की रोकी गई पेंशन
समाज कल्याण अधिकारी के मुताबिक जिले में मृतक, अपात्र और फर्जी पाए गए 27424 लोगों की पेंशन रोक दी गई है। जांच पूरी हो गई है। अब जो पात्र लाभार्थी हैं उनके खाते में पेंशन भेजी जाएगी।
55336 नए लाभार्थी जोड़े गए
विभाग के मुताबिक अभियान के दौरन नए पात्र लाभार्थियों को जोड़ने का भी काम किया गया है। जिले में आधार प्रमाणित करते समय 55336 नए लोगों को चिन्हिंत किया गया। यह सभी लोग पात्र थे लेकिन अभी योजना का लाभ नहीं पा रहे थे। इन्हें योजना में शामिल किया गया है। अब जिले में वृद्धा पेंशन के कुल लाभार्थी 167552 हो गए है। इनके खाते में 1000 रुपए प्रतिमाह की दर से तिमाही यानि प्रति व्यक्ति 3000 रुपए डीबीटी के माध्यम से भेजी जाएगी।
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आधार फीड न होने के कारण 20 हजार का डॉटा ब्लाक
जिला समाज कल्याण अधिकारी मोती लाल ने बताया कि अब तक 124247 लाभार्थियों का आधार प्रमाणीकरण किया गया है। 7341 मृतक और अपात्र पेंशनरों की पेंशन रोकी गई है। आधार फीड न होने के कारण 20083 पेंशनरों का डाटा ब्लाक्ड कर दिया गया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 55336 नए पेंशन स्वीकृत किए गए हैं।
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अधिकारी बोले- आधार फीडिंग से आगे नहीं होगी दिक्कत
जिला समाज कल्याण अधिकारी मोती लाल ने बताया कि आधार प्रमाणीकरण होने के बाद लाभार्थियों को पेंशन की धनराशि मिलने में भविष्य में दिक्कत नहीं होगी। इसका उद्देश्य यह तय करना है कि सही व्यक्ति को योजना का लाभ मिले। शत प्रतिशत पात्र लोग योजना का लाभ ले सकें।