सरकार मरीजों को निश्शुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए यह कदम उठाया है। इसके लिए क्रष्ना डाइग्नोस्टिक को यह जिम्मेदारी दी गई है। यह संस्था इसके पूर्व पूर्वांचल के बलिया व जौनपुर में यह मशीन लगा चुकी है। इसके अलावा सोनभद्र, सहारनपुर, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, सुल्तानपुर, बनारस, गाजियाबाद, इटावा में निश्शुल्क सुविधा उपलब्ध कराई जा चुकी है। आजमगढ़ जनपद में यह ग्यारहवीं मशीन हैं। डाइग्नोस्टिक के संचालक विकास श्रीवास्तव ने बताया कि यह सिटी स्कैन पूर्ण रूप से मरीजों को निश्शुल्क सेवा प्रदान करेगा। इस सेंटर का मुख्य उद्देश्य गरीब मरीजों को निश्शुल्क सेवा उपलब्ध कराना है। मरीज सिटी स्कैन के लिए जिला चिकित्सालय में अपना पंजीकरण कराएगा। इसके बाद पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस की छायाप्रति लगानी होगी। इसके बाद बिना किसी शुल्क के नंबर के आधार पर उसका सिटी स्कैन हो जाएगा। इसकी रिपोर्ट छह घंटे के अंदर मिल जाएगी। बता दें कि इसके पूर्व भी जिला अस्पताल में सिटी स्कैन लगा है लेकिन इसका शुल्क मरीजों को 500 रुपये देना पड़ता है। यही नहीं रिपोर्ट दो से तीन दिन में मिलती है। अब इस झंझावत से मरीजों को मुक्ति मिल जाएगी। इस अवसर पर डा. आशुतोष सिंह, डा. राजनाथ, डा.अभिषेक सिंह, प्रवीन उपाध्याय, सुभाष पांडेय, आशुतोष चौधरी, देवाशीष श्रीवास्तव, संग्राम धोंठाडे, प्रदीप श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।